शराबियों का अड्डा बनी जीवाजी यूनिवर्सिटी, NSUI ने उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
12 सूत्रीय मांगों को लेकर विश्विद्यालय के VC को ज्ञापन दिया। इसके जरिये मांग की गई है कि विश्विद्यालय के दोनों एंट्री गेट पर आने-जाने वाले लोगों की जानकारी विजिटर रजिस्टर में नोट की जाए।
ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ NSUI ने मोर्चा खोल दिया है। एनएसयूआई का आरोप है कि आए दिन परिसर में असामाजिक तत्व हंगामे करते हैं। शाम होते ही यूनिवर्सिटी शराबियों के अड्डे में तब्दील हो जाता है। इसके खिलाफ छात्र संगठन ने कुलपति को ज्ञापन सौंपा है। साथ ही मांग पूरी नहीं होने पर NSUI ने बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
दरअसल, जीवाजी विश्वविद्यालय को NAAC द्वारा A++ ग्रेड दिया गया है। ग्वालियर-चंबल अंचल की यह सबसे पुराना शासकीय विश्वविद्यालय है। जहां दूरदराज से लोग पढ़ने के लिए आते हैं लेकिन विश्वविद्यालय के अंदर आए दिन बाहरी असमाजिक तत्वों द्वारा हंगामा किया जाता है। वहीं देर शाम होते ही विश्वविद्यालय कैंपस शराबियों के अड्डे में तब्दील हो जाता है। इसके के खिलाफ अब NSUI ने मोर्चा खोल दिया है।
बुधवार को जीवाजी यूनिवर्सिटी के NSUI अध्यक्ष पारस यादव के नेतृत्व में बड़ा प्रदर्शन किया गया। जिसमे सैंकड़ों की संख्या में छात्र छात्राओं ने विश्विद्यालय की एडमिन बिल्डिंग का घेराव किया। पारस यादव ने 12 सूत्रीय मांगों को लेकर विश्विद्यालय के VC को ज्ञापन दिया। इसके जरिये मांग की गई है कि विश्विद्यालय के दोनों एंट्री गेट पर आने जाने वाले लोगों की जानकारी विजिटर रजिस्टर में नोट की जाए।
इसके साथ ही विश्विद्यालय कैंपस को शराबियों से बचाने के लिए विशेष सुरक्षा इंतजाम किए जाए। छात्र संगठन के मुताबिक शराबियों की वजह से यहां पढ़ने वाली छात्राएं सबसे ज्यादा असुरक्षा महसूस करती हैं। साथ ही विश्विद्यालय के अंदर छात्र हित से जुड़ी जरूरी सुविधाओं की मांग भी उठाई गई है। 12 सूत्रीय मांग पूरी न होने पर NSUI ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।