विधानसभा को अपनी तानाशाही की जागीर न समझे शिवराज सरकार : कमल नाथ
विजय लक्ष्मी साधो और सज्जन सिंह वर्मा के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाए जाने के फैसले पर भड़के कमल नाथ

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र स्थगित होने के बाद भी राज्य का सियासी पारा लगातार चढ़ता जा रहा है। बीजेपी सदन में सज्जन सिंह वर्मा और विजय लक्ष्मी साधो के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रही है। ऐसे में पीसीसी चीफ कमल नाथ ने शिवराज सरकार पर निशाना साधा है।
कमल नाथ ने इस फैसले को तानाशाही करार देते हुए कहा, जनमत से विश्वासघात कर बनी शिवराज सिंह चौहान की सौदेबाजी की सरकार मध्य प्रदेश विधानसभा के पवित्र मंदिर को अपनी तानाशाही की जागीर समझ रही है।कांग्रेस विधायक डॉ विजयलक्ष्मी साधो और श्री सज्जन सिंह वर्मा के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की तैयारी यही बताती है कि जो विधायक पूरी ताकत से विधानसभा में जनता की आवाज उठाएंगे, उनकी आवाज घोंटने के लिए सरकार हर किस्म का गिरे से गिरा हथकंडा अपनाएगी।
लेकिन तानाशाह सरकार एक बात समझ ले कि कांग्रेस ना तानाशाही से डरती है और ना सत्ता के दुरुपयोग से डरती है। हम हर मोर्चे पर लड़ेंगे और मध्य प्रदेश की जनता के आशीर्वाद से जीतेंगे।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) March 3, 2023
कांग्रेस नेता ने शिवराज सरकार की असफल विकास यात्रा पर तंज कसते हुए कहा, भाजपा कथित विकास यात्रा के दौरान देख चुकी है कि जनता में उसके प्रति जबरदस्त गुस्सा है। शिवराज सरकार ने समाज के हर वर्ग को धोखा दिया है और झूठ बोला है। उनके वर्तमान कृत्यों से इस सरकार के पाप का घड़ा लगातार भरता जा रहा है।लेकिन तानाशाह सरकार एक बात समझ ले कि कांग्रेस ना तानाशाही से डरती है और ना सत्ता के दुरुपयोग से डरती है। हम हर मोर्चे पर लड़ेंगे और मध्य प्रदेश की जनता के आशीर्वाद से जीतेंगे।
मध्य प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को भारी हंगामा बरपा। स्पीकर गिरीश गौतम के खिलाफ कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव के बीच बजट सत्र को 13 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया। नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा पर संचालन पुस्तिका अपने ऊपर फेंककर मारने का आरोप भी लगाया।