Kamal Nath: झूठे भाषणों से आत्मनिर्भर नहीं होगा एमपी  

Independence Day: कमल नाथ ने कहा कि शिवराज सिंह ने बताईं कांग्रेस सरकार में स्वीकृत या क्रियान्वित उपलब्धियाँ

Updated: Aug 16, 2020, 07:26 AM IST

भोपाल : मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता कमलनाथ ने सीएम शिवराज द्वारा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिए गए भाषण को झूठा बताया है। उन्होंने शनिवार को बयान जारी कर कहा है कि मध्यप्रदेश बड़बोले और झूठे भाषणों से आत्मनिर्भर नहीं बनेगा। उन्होंने सीएम को कहा है कि सच बराबर कोई तप नहीं होता और झूठ बराबर कोई पाप नहीं होता। कांग्रेस नेता ने कहा है कि प्रदेश जनमत को नकार कर हथियाई हुई सरकार की पराधीनता की बेड़ियों में जकड़ा हुआ है, लेकिन उपचुनावों के बाद एक बाद फिर यह स्वाधीन होगा और 'अवरुद्ध विकास की विपन्नता' से 'प्रगति के प्रशस्त मार्ग' पर लौटेगा।

पूर्व सीएम ने शनिवार को बयान जारी कर कहा, 'सीएम शिवराज द्वारा दिया गया आज का भाषण हमेशा की तरह झूठ की बुनियाद पर आधारित था तथा ज़मीनी सच्चाई से कोसों दूर था। नेतृत्व हमेशा प्रतिकूल परिस्थितियों में परखा जाता है। इस बात को हमेशा याद रखा जाएगा कि जब मध्यप्रदेश महामारी की विभीषिका से जूझ रहा था तब बीजेपी की सरकार प्रदेश के नागरिकों की मदद करने की अपेक्षा राजनैतिक रैलियों और प्रचार में व्यस्त थी।'

जिस वर्ग के लिए भाषण दिया वह गर्त में गया

कमलनाथ ने कहा है कि सीएम शिवराज ने अबतक जिस वर्ग के लिए भी भाषण दिया है वह गर्त में गया है। उन्होंने कहा, 'विडंबना देखिए, सीएम कई वर्षों से अपने  भाषणों में 'स्वर्णिम मध्यप्रदेश', 'समृद्ध  मध्यप्रदेश' की बात करते हैं और ख़ुद को 'बेटियों का मामा', 'आदिवासियों का भाई' कहते हैं, मगर उन्होंने जिस बात और वर्ग के लिए जितनी ज़ोर से भाषण दिया वह वर्ग उतना ही गर्त में चला गया। '

समृद्ध और स्वर्णिम मध्यप्रदेश का हाल

उन्होंने शिवराज सरकार के पिछले 15 वर्षों की विफलताओं के बारे में भी बताते हुए कहा, 'मध्यप्रदेश में भाजपा के 15 वर्षों के शासन की उपलब्धियां यह थीं कि 80 लाख़ परिवार अर्थात् लगभग आधी आबादी के पास गरीबी रेखा के कार्ड थे। 68.25 लाख़ लोग मनरेगा की मज़दूरी के लिए पंजीकृत थे। प्रति व्यक्ति आय में मध्यप्रदेश 27 वें स्थान पर था। ख़ुद को मामा प्रचारित करने वाले सीएम के कार्यकाल में 48 लाख़ बच्चे कुपोषण का शिकार थे। नवजात शिशु की मृत्यु सबसे ज़्यादा मध्यप्रदेश में थी। 72 प्रतिशत स्कूलों में बिजली के कनेक्शन तक नहीं थे। बेटियों के साथ बलात्कार सबसे ज़्यादा मध्यप्रदेश में हुए थे। वनाअधिकार के पट्टे सबसे ज़्यादा शिवराज सरकार में निरस्त हुए और आज मध्यप्रदेश के आत्ममुग्ध सीएम झूठ की भरमार से भरा  'आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश' का नया स्वप्न परोस रहे हैं।'

उन्होंने दावा किया है कि सीएम ने अपने संबोधन में जिन उपलब्धियों को गिनाया है उनमें से ज्यादातर कांग्रेस की 15 माह की सरकार के दौरान स्वीकृत या क्रियान्वित की गईं हैं। इनमें आदिवासियों की साहूकारों से ऋण मुक्ति, 200 महाविद्यालयों में विश्व बैंक की सहायता से स्मार्ट क्लास, ओंकारेश्वर में विश्व का सबसे बड़ा 600 मेगावाट का 3000 करोड़ रु की लागत से बनने वाला सोलर पॉवर प्लांट इत्यादि शामिल हैं। अंत मे उन्होंने सीएम शिवराज के लिए कहा कि, 'सच बराबर तप नहीं और झूठ बराबर पाप।'