PM MODI : Rewa में नहीं है एशिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट
D K Shivakumar : कर्नाटक के पावगड़ा में पहले से मौजूद रीवा से बड़ा सोलर प्लांट

कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने रीवा में तैयार किए गई 750 मेगा वॉट के सोलर प्लांट को एशिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट बताने वाले प्रधानमंत्री मोदी के दावे को फर्जी करार दिया है। शिवकुमार ने बीजेपी पर फर्जी दावा करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि रीवा से बड़ा सोलर प्लांट कर्नाटक के पावगड़ा में पहले से मौजूद है।
कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने बताया कि पवगड़ा में 2000 मेगा वॉट का सोलर प्लांट पहले से ही मौजूद है। इसे राज्य की तत्कालीन सिद्दारमैया सरकार के प्रयासों की वजह से तीन वर्षों में तैयार किया गया था। जो कि 2018 में बनकर तैयार हो चुका था। डीके शिवकुमार ने ट्वीट करते हुए बताया है कि ' केंद्रीय ऊर्जा मंत्री को इस बात का जवाब देना होगा कि केंद्र सरकार कि रीवा में तैयार किया गया सोलर प्लांट एशिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट कैसे हो सकता है जबकि उससे बड़ा सोलर प्लांट पहले से ही कर्नाटक के पावगड़ा में मौजूद है।'
Union Power Minister must answer as to how the Central Government can claim that the Rewa Solar Park (750 MW) opened today is Asia's largest when clearly the Pavagada Park in Karnataka is much larger (2000 MW) and was opened two years back! pic.twitter.com/eXntWIK4rA
— DK Shivakumar (@DKShivakumar) July 10, 2020
कांग्रेस नेता ने अपने एक अन्य ट्वीट में बताया कि कर्नाटक के पावगड़ा में मौजूद 2000 मेगा वॉट के सोलर प्लांट में सबसे बड़ी खास बात यह है कि इसके लिए 13000 एकड़ भूमि के लिए किसानों की ज़मीन अधिग्रहित नहीं की गई। 13 हज़ार एकड़ की भूमि किसानों से लीज पर ली गई है, जिसका राज्य सरकार किसानों को सालाना भुगतान करती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को आयोजित मध्य प्रदेश के रीवा में तैयार सोलर प्लांट के उद्घाटन सत्र में अपने संबोधन में यह दावा किया था कि रीवा का सोलर प्लांट एशिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट है।