भोपाल-इंदौर में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, निचली बस्तियां डूबी, सड़कों पर भरा तीन फीट पानी
शिव नगर और पारस धाम की बस्तियों में लोगों के घरों में पानी घुस गए हैं। इंद्र विहार कॉलोनी की सड़कों पर कार आधा डूबे दिखे।
भोपाल। मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में पिछले तीन चार-दिनों से बारिश का दौर जारी है। बारिश ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्यभर में नदी-नाले उफान पर हैं। राजधानी भोपाल और आर्थिक राजधानी इंदौर में भी बारिश के कारण निचली बस्तियां जलमग्न हो गई हैं।
भोपाल में सड़कें लबालब हैं। कई जगहों पर तीन फीट तक पानी जमा हो गए हैं। भोपाल में बारिश का कोटा पूरा हो गया है। बड़ा तालाब लबाबाब भरा हुआ है। भोपाल में अब तक 39.2 इंच बारिश हो गई है। रात में ही 4 इंच बारिश हो गई थी, जबकि 24 घंटे में 4.5 इंच पानी गिरा। कई इलाकों में जलभराव के हालात बन गए।
शिव नगर और पारस धाम की बस्तियों में लोगों के घरों में पानी घुस गए हैं। इंद्र विहार कॉलोनी में सड़कों पर कार आधा डूब गए। भोपाल के अंबेडकर नगर के पास कई साल पुराना एक पेड़ गिया गया। बारिश के चलते पेड़ की जड़ें कमजोर हो गई थीं। बीच सड़क पर पेड़ गिरने से ट्रैफिक भी प्रभावित हुआ।
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— Humsamvet (@humsamvet) August 25, 2024
इधर, रात में 50 से ज्यादा इलाकों में बिजली गुल रही, जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ी रही। तुलसीनगर समेत कई इलाकों में यह स्थिति देखने को मिली। रविवार सुबह भोपाल स्थित भदभदा के तीन और कलियासोत के 6 और केरवा डैम के चार गेट खोल दिए गए। ताकि पानी को बाहर निकाला जा सके। भोपाल की सामान्य बारिश 37.6 इंच है। इस हिसाब से अबकी बार 1.6 इंच पानी ज्यादा गिर गया है। अब भोपाल में जो भी बारिश हो रही, वह बोनस है।
इंदौर में शनिवार की पूरी रात बारिश होती रही। शनिवार रात 9 बजे से अलग-अलग इलाकों में शुरू हुई बारिश सुबह 6 बजे तक जारी रही। कुछ देर रुकने के बाद सुबह 9 बजे से फिर बारिश होने लगी। इंदौर में अब तक 28 इंच बारिश हो चुकी है। दोपहर 12 बजे बाद कई हिस्सों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश शुरू हो गई। इसका असर पूर्वी क्षेत्र में ज्यादा देखा गया। पश्चिम क्षेत्र में हल्की बारिश हुई।
इंदौर के निचली बस्तियां भी जलमग्न हो चुकी हैं। स्थिति ये है कि शहर में कुछ जगहों पर पांच फीट तक पानी भर गई। सड़क पर पानी होने के कारण लोग दो दिनों से घरों से नहीं निकले हैं। बारिश के बीच इंदौर में इन दिनों चूहों द्वारा काटने (रैट बाइट) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। शहर के अस्पताल में रैट बाइट के रोज 4-5 मामले आ रहे हैं। ढाई माह में ढाई सौ से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं।
दरअसल, बारिश में बिलों में पानी भरने से घरों में चूहों की संख्या बढ़ जाती है। बारिश के कारण ये घरों, दुकानों, गोदाम और अन्य सूखे स्थानों को ठिकाना बना लेते हैं। पहले बारिश के दिनों में रोजाना 1-2 रैट बाइट के मामले आते थे। लेकिन इस बार केस काफी बढ़े हैं। इस बार जून में 83, जुलाई में 106 और अगस्त (24 तक) में 70 लोगों को चूहों ने काटा। इनमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक हैं। ढाई माह में चूहों ने 259 को शिकार बनाया है।