टिकट घोषणा के बाद अंतर्कलह रोकना भाजपा के लिए बड़ी चुनौती, कई सीटों पर दावेदारों ने की बगावत

टिकट का ऐलान हुए अभी दो दिन ही हुए हैं और कई सीटों पर दावेदारों ने खुलकर बगावत शुरू कर दी है। विरोध के स्वर उठते ही बीजेपी आलाकमान डैमेज कंट्रोल में जुट गई है।

Updated: Aug 19, 2023, 04:45 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने मध्य प्रदेश की 39 सीटों पर पहली सूची जारी कर दी है। सूची जारी होने के बाद अब अंतर्कलह रोकना बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती है। टिकट का ऐलान हुए अभी दो दिन ही हुए हैं और कई सीटों पर दावेदारों ने खुलकर बगावत शुरू कर दी है। विरोध के स्वर उठते ही बीजेपी आलाकमान डैमेज कंट्रोल में जुट गई है।

भाजपा ने गुना जिले के चाचौड़ा विधानसभा क्षेत्र से
प्रियंका मीना को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। लेकिन पूर्व बीजेपी विधायक ममता मीना टिकट बंटवारे को लेकर नाराज हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पैराशूट उम्मीदवार उन्हें व क्षेत्र की जनता को मंजूर नहीं है। पूर्व विधायक ममता मीना ने कहा कि मैं 18 वर्षों से संघर्ष कर रही हूं, लेकिन पार्टी ने 6 महीने पहले आई प्रियंका मीना को उम्मीदवार घोषित कर दिया। मेरे त्याग और तपस्या की कोई कीमत नहीं है। भाजपा में टिकट वितरण से पूर्व रायशुमारी की जाती थी। लेकिन इस बार कार्यकर्ताओं से राय नहीं ली गई।

ममता मीना भाजपा की टिकट पर दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं। एक बार विधायक भी रह चुकी हैं, और एक बार जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। पिछली बार कांग्रेस के लक्ष्मण सिंह ने उन्हें चुनाव में शिकस्त दी थी। ऐसे में इस बार भाजपा ने उन्हें उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। मीना ने बताया कि 21 अगस्त को हजारों समर्थक बीनागंज में इकट्ठा होंगे उसके बाद आगामी रणनीति तय की जाएगी। वहीं, उनके बेटे ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि चाचौड़ा में यदि ममता मीना नहीं तो बीजेपी भी नहीं।

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इसी तरह मुरैना जिले की सबलबढ़ सीट पर भी बगावत खुलकर सामने आई है। सबलगढ़ सीट पर BJP के प्रदेश मंत्री रणवीर रावत दावेदारी कर रहे थे, लेकिन उनको टिकट न देकर क्षेत्रीय नेता सरला रावत को टिकट दे दिया गया। जिससे नाराज होकर रणवीर रावत के बेटे आदित्य रावत ने सोशल मीडिया पर पार्टी के खिलाफ पोस्ट कर दी। आदित्य ने ट्वीट कर लिखा कि 20 साल पार्टी के लिए दिन रात एक कर दिया, इसके बाद भी हम में योग्यता नहीं दिखी।

यह पोस्ट केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं को टैग कर अपलोड की गई है। सोशल मीडिया पर पोस्ट सामने आते ही हंगामा हो गया। शुक्रवार दोपहर नरेन्द्र सिंह तोमर के बंगले पर आनन-फानन में बैठक हुई। इसमें हितानंद शर्मा व रणवीर रावत भी रहे। इस दौरान रणवीर रावत को किसी तरह मनाया गया। इसके बाद नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा ये हमारे घर का मामला है, हम आपस में निपट लेंगे।

छतरपुर एवं बंडा सीट को लेकर बगावती तेवर पार्टी कार्यकर्ताओं के देखने को मिले हैं। सागर जिले की बंडा विधानसभा में पूर्व सांसद के बेटे वीरेंद्र लोधी पर भाजपा ने भरोसा जताया है। लेकिन टिकट घोषित होने के बाद से ही उनका विरोध शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि यह विरोध कोई और नहीं उनकी ही पार्टी के नेता करवा रहे हैं, जो यहां से टिकट के लिए दावेदारी कर रहे थे। बंडा विधानसभा के इलाके शाहगढ़ में भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा रैली निकालकर विरोध किया है। जिसमें केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के खिलाफ नारे लगाए गए, वहीं भाजपा की चुनाव समिति से फिर से टिकट पर पुनर्विचार करने की मांग की गई है। शाहगढ़ के पुराने भाजपाई रंजोद सिंह बुंदेला को टिकट देने की मांग कार्यकर्ताओं द्वारा की जा रही है।

उधर, छतरपुर विधानसभा से ललिता यादव को बीजेपी ने जैसे ही अपना आधिकारिक प्रत्याशी घोषित किया, उसके महज कुछ घंटो बाद ही उनका विरोध शुरू हो गया। पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अर्चना सिंह के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की है और टिकट पर पुर्नविचार कर अर्चना सिंह को उम्मीदवार बनाने की मांग कर रहे हैं। 24 घंटे के भीतर 3 इलाकों से पार्टी प्रत्याशियों के विरोध की खबरें सामने आने के बाद से बीजेपी आलाकमान बगावती सुर वाले नेताओं से बातचीत करने में जुट गए हैं।