यूपी-बिहार के विधायकों के भरोसे एमपी बीजेपी, सभी 230 सीटों पर दूसरे राज्यों के MLA तैयार करेंगे रणनीति

मध्य प्रदेश में बिहार, यूपी, गुजरात और महाराष्ट्र के बीजेपी विधायक डेरा डालेंगे। भाजपा के विधायक प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर 7 दिन के प्रवास पर रहेंगे। इस दौरान वे जमीनी रिपोर्ट तैयार कर हाईकमान को सौंपेंगे।

Updated: Aug 16, 2023, 05:52 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब 100 दिन से भी कम समय बचा है। बीजेपी में टिकट वितरण को लेकर हलचल तेज हो गई है। तमाम सर्वे रिपोर्ट्स में भाजपा पिछड़ती नजर आ रही है। ऐसे में अब केंद्रीय नेतृत्व ने टिकट वितरण से लेकर चुनाव प्रचार अभियान का कमान अपने हाथों में ले लिया है। भाजपा ने अब नए सिरे से जमीनी रिपोर्ट तैयार करने हेतु चार राज्यों से 230 विधायकों की लिस्ट तैयार की है, जो मध्य प्रदेश आकर एक-एक विधानसभा सीट के दौरे करेंगे।

रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात और महाराष्ट्र के बीजेपी विधायक प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर 7 दिन के प्रवास पर रहेंगे। 19 अगस्त को राजधानी भोपाल में दूसरे प्रदेशों के बीजेपी विधायकों की विशेष ट्रेनिंग होगी। इसके बाद विधायक 20 से 26 अगस्त तक विधानसभा का दौरा करेंगे। हर विधायक को एक सीट की जिम्मेदारी बांटी गई है। सभी विधायक 7 दिन के प्रवास के दौरान विधानसभा की जमीनी रिपोर्ट तैयार कर आलाकमान को सौंपेंगे।

बताया जा रहा है कि बाहरी विधायकों की रिपोर्ट के आधार पर न केवल टिकट तय होगा, बल्कि यह भी तय होगा कि उस विधानसभा क्षेत्र में चुनाव कैसे लड़ना है। पार्टी ने फिलहाल विधायकों की इस सूची को गोपनीय रखा है। राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश इन सभी विधायकों को 19 अगस्त को भोपाल में विशेष ट्रेनिंग देंगे, जिसमें बताया जाएगा कि उन्हें क्या करना है। इसके अगले दिन यानी 20 अगस्त को वे अपने-अपने क्षेत्रों के लिए रवाना हो जाएंगे।

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बता दें कि 230 सदस्यीय विधानसभा में से 127 विधायक BJP के हैं। इनमें से 30 मंत्री हैं। क्षेत्र में इन विधायकों और मंत्रियों की मौजूदा स्थिति क्या है? मंत्री-विधायकों के खिलाफ एंटी इंकम्बेंसी कितनी है? इसे कैसे दूर किया जा सकता है अथवा उनका रिप्लेसमेंट कौन हो सकता है? अन्य राज्यों के विधायक यह जानकारी जुटाएंगे। वे यहां विधायकों के फीडबैक के लेने के साथ ही अन्य दावेदारों से भी संवाद करेंगे। इसके अलावा पार्टी के पदाधिकारियों जैसे जिला अध्यक्ष, विधानसभा क्षेत्र मे आने वाले मंडलों के अध्यक्षों से मौजूदा विधायक व अन्य दावेदारों का फीडबैक लेंगे।

दरअसल, BJP के आंतरिक सर्वे और कुछ टीवी चैनलों व पोल एक्सपर्ट्स कंपनियों की सर्वे रिपोर्ट में BJP पिछड़ती नजर आ रही है। तमाम सर्वे रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस इस बार प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएगी। नतीजतन चुनाव से ठीक पहले अब के केंद्रीय नेतृत्व ने चुनाव अभियान का जिम्मा अपने हाथों में ले लिया है। BJP इस बार टिकट का बंटवारा और चुनाव के सभी बड़े फैसले दिल्ली में ही करेगी। यही वजह है कि अन्य राज्यों के विधायक केंद्रीय नेतृत्व का दूत बनकर विधानसभा क्षेत्रों में डेरा डालेंगे। जहां वे एक सप्ताह कैंप कर जानकारी जुटाकर रिपोर्ट तैयार करेंगे। ये जो भी काम करेंगे वह गोपनीय होगा और रिपोर्ट से संबंधित जानकारी सीएम शिवराज अथवा वीडी शर्मा के साथ साझा नहीं करेंगे। वे सीधे हाईकमान को रिपोर्ट करेंगे और दिल्ली से ही टिकट वितरण किया जाएगा।