नेमावर हत्याकांड के पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपए की आर्थिक मदद देगी मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी

पीसीसी चीफ कमलनाथ ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात, जघन्य हत्याकाड की CBI जांच की मांग की, परिवार को 25 लाख की मदद का ऐलान, सरकार पर लगाया मामले को दबाने का आरोप

Updated: Jul 05, 2021, 12:58 PM IST

Photo Courtesy: twitter
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देवास। पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने नेमावर हत्याकांड के पीड़ित परिवार से मुलाकात की। सोमवार को नेमावर पहुंचे कमलनाथ ने एक बार फिर इस हत्याकांड की CBI जांच की मांग की। कांगेस ने पीड़ित आदिवासी परिवार को 25 लाख की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी यह लड़ाई आखिरी तक लड़ेगी। उनका कहना है कि यह किसी एक परिवार का नहीं बल्कि समूचे आदिवासी समाज का मामला है।

 

कमलनाथ ने प्रदेश की बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होने कहा कि प्रदेश में अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं, उन्हें कानून का कोई डर नहीं है। बस यही कोशिश की जा रही है कि मामला दबा दिया जाए। उन्होंने सरकार पर नेमावर समेत अन्य कई जगहों के मामले दबाने का आरोप लगाया। उन्होंने कई ट्वीट करते हुए लिखा है कि सरकार मामले को दबाने की कितनी भी कोशिश कर ले, कमलनाथ हर कमजोर और सताए हुए व्यक्ति की आवाज बनेगा।

नेमावर के पीड़ित आदिवासी परिवार ने अपनी आपबीती कांग्रेस नेताओं को बताई उन्होंने कहा कि अपनी शिकायत दर्ज कराने में उन्हें कितनी परेशानी हुई। परिजनों ने पुलिस पर शिकायत को गंभीरता से नहीं लेने का आरोप लगाया है। पुलिस की कोशिश रही कि किसी तरह मामला दबा दिया जाए।

 

इससे पहले भी कमलनाथ ने आदिवासी परिवार के 5 लोगों की हत्या के मामले की CBI जांच की मांग की थी, कांग्रेस ने हत्याकांड के आरोपियों को राजनैतिक संरक्षण देने का आरोप भी सरकार पर लगाया था। दरअसल आरोपी हिन्दू संगठन का सदस्य था उसने प्रेम प्रसंग के चलते आदिवासी युवती और उसकी मां समेत परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी थी। अपना अपराध छिपाने के लिए उसने शवों को 10 फीट गहरे गड्ढ़े में दफना दिया था उपर से उसमें यूरिया और नमक डाल दिया था।

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पीसीसी चीफ कमलनाथ ने पीड़ित आदिवासी परिवार को ढांढस बंधाया और इस हत्याकांड की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि प्रदेश में अपराधियों का बोल बाला है। अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में अपराधी हावी हैं, पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। प्रदेश का कानून व्यवस्था भगवान भरोसे है। आदिवासी परिवार की हत्या मामले में उन्होंने पुलिस पर असंवेदनशीलता का आरोप लगाया।  नेमावर में आदिवासी परिवार से मुलाकात के दौरान कामलनाथ के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया, प्रदेश यूथ कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव और सांसद नकुलनाथ भी मौजूद थे।

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देवास के नेमावर हत्याकांड मामले में पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया है।  कांग्रेस समेत आदिवासी संगठन जयस ने भी इस मामले की CBI जांच की मांग की है।