NSUI के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष मंजुल त्रिपाठी ने किया पदभार ग्रहण, बोले- छात्र ही शिवराज का तोड़ेंगे अहंकार

कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई के औपचारिक रूप से प्रदेश अध्यक्ष बने मंजुल त्रिपाठी, पदभार ग्रहण करते ही सीएम शिवराज के खिलाफ खोला मोर्चा, बोले- शैक्षणिक संस्थानों के भगवाकरण के खिलाफ लड़ेंगे लड़ाई

Updated: Oct 08, 2021, 12:38 PM IST

भोपाल। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) मध्य प्रदेश इकाई के नवनियुक्त अध्यक्ष मंजुल मयंक त्रिपाठी ने आज पदभार ग्रहण किया। मंजुल त्रिपाठी ने शुक्रवार को करीब तीन बजे सैंकड़ों छात्रों की मौजूदगी में कांग्रेस मुख्यालय स्थित एनएसयूआई कार्यलय में पदभार संभाला। औपचारिक रूप से कार्यभार संभालते ही त्रिपाठी ने सीएम शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। 

एनएसयूआई अध्यक्ष ने सीएम शिवराज की तुलना कंस से करते हुए कहा कि अब प्रदेश के छात्र-छात्रा ही कंस रूपी मामा शिवराज सिंह चौहान का अहंकार तोड़ेंगे। हम समवेत से बातचीत के दौरान त्रिपाठी ने कहा, 'शिवराज सरकार शिक्षा माफियाओं के हाथों बिक गई है। मध्य प्रदेश पहले देशभर में शिक्षा का हब माना जाता था लेकिन आज कंस मामा की नाकामियों ने शिक्षा के स्तर को बद से बदतर कर दिया है।'

मामा ने भांजे-भांजियों का करियर बर्बाद किया: मंजुल

मंजुल त्रिपाठी ने आगे कहा कि, 'शिवराज मामा ने अपने भांजे-भांजियों को अपाहिज बना दिया है। प्रदेश के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में इंफ्रास्ट्रक्चर जीरो है। इंजीनियरिंग, मेडिकल से लेकर अन्य सभी कोर्स में प्रैक्टिकल पढ़ाई की सुविधा नगण्य है। यदि सेल्फ स्टडी के बदौलत कोई छात्र पढ़ भी लेता है तो प्रदेश में नौकरी का कोई स्कोप नहीं है। हम विश्वविद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के पक्षधर हैं।'

शैक्षणिक संस्थानों के भगवाकरण के खिलाफ लड़ेंगे लड़ाई: मंजुल

त्रिपाठी ने आगे की रणनीति पूछने पर कहा कि वे शैक्षणिक संस्थानों के भगवाकरण के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे। एनएसयूआई अध्यक्ष ने कहा, 'शैक्षणिक संस्थानों में इंफ्रास्ट्रक्चर देने के बजाए राज्य सरकार ने नाकाबिल संघियों को कुलपति बना दिया है। एनएसयूआई इस तरह शिक्षा के मंदिर का भगवाकरण नहीं होने देगी। हम संस्थाओं के भगवाकरण के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे। छात्र-छात्राएं शिवराज सरकार की मनमानी अब और बर्दाश्त नहीं करेंगे।'