Uma Bharti : MP की कानून व्‍यवस्‍था सुधारे शिवराज सरकार

MP DGP विवेक जौहरी ने चिट्ठी लिखकर पुलिस अफसरों की लेटलतीफी पर सवाल उठाए हैं

Publish: Jun 09, 2020, 02:54 AM IST

Courtesy : Navbharat times
Courtesy : Navbharat times

मध्य प्रदेश पुलिस मुख्‍यालय में आईपीएस अफसरों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने वाले डीजीपी विवेक जौहरी को पूर्व मुख्‍यमंत्री और भाजपा की फायर ब्रांड नेता उमा भारती का साथ मिला है। डीजीपी विवेक जौहरी को ईमानदार, कर्तव्यनिष्ठ, साहसी अधिकारी बताते हुए उमा भारती ने कहा है कि अब मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री डॉ नरोत्‍तम मिश्रा मध्य प्रदेश को कानून-व्यवस्था में मॉडल स्टेट बनाकर दिखाएं।

गौरतबल है कि डीजीपी विवेक जौहरी का एक पत्र चर्चा में हैं। इस खत से पुलिस महकमे में ही नहीं राजनीतिक गलियारे में भी खलबली मच गई है। विवेक जौहरी ने अपने पत्र में कुल 29 आईपीएस स्तर के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया है। साथ ही उन्हें कार्यशैली में सुधार लाने के निर्देश दिए हैं।

अधिकारी समय पर कार्यालय नहीं आते, लंच दो घंटे का समय

डीजीपी विवेक जौहरी ने पुलिस अधिकारियों की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा है कि पुलिस महकमे के में कुल 12 ऐसे अधिकारी हैं जो अपने कार्यालय समय पर नहीं पहुंचते हैं। साथ ही जब इनसे संपर्क किया जाता है तो उस समय ये अधिरकरी उपलब्ध नहीं रहते हैं। इसके अलावा विवेक जौहरी ने कुल 14 अधिकारियों को लेकर कहा है कि इन्हें भोजन करने में दो घंटे का समय लगता है। गौरतलब है कि पुलिस कार्यालय में भोजन का समय दोपहर 2 से 2.30 बजे तक निर्धारित है। लेकिन इसके बावजूद 14 ऐसे अधिकारी हैं, जो कि भोजन करने में दो - दो घंटे का समय लगा देते हैं।  विवेक जौहरी ने पुलिस अधिकारियों की ऐसी स्थिति पर टिप्पणी करते हुए इसे चिंताजनक बताया है। विवेक जौहरी ने कहा है कि पुलिस अधिकारियों के इस रवैए से कार्यलय में अधिकारियों के अधीनस्थ पुलिस कर्मियों पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।

तीन अधिकारी बिना काम किए वेतन ले रहे हैं

विवेक जौहरी ने अपने पत्र के माध्यम से बताया है कि 3 अधिकारी तो ऐसे हैं जो कि कार्यलय तक नहीं आते हैं। वे बिना कार्यालय आए व बिना काम किए ही वेतन पा रहे हैं। हालांकि विवेक जौहरी ने अपने पत्र में एक भी अधिकारी का नाम उजागर नहीं किया है। इस बात का खुद पत्र में ज़िक्र करते हुए विवेक जौहरी ने लिखा है कि - ' मेरे संज्ञान में होते हुए भी अधिकारियों के नाम इसलिए उल्लेखित नहीं कर रहा हूं कि वे स्वयं समझ जाएंगे व भविष्य में कार्यालयीन कार्य एवं समय को महत्व देते हुए कार्यालय में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे।

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के डीजीपी के पद पर नियुक्त होने से पहले विवेक जौहरी बीएसएफ में बतौर डीजी के पद पर कार्यरत थे। राज्य में कांग्रेस की सरकार जाने से पहले डीजीपी के पद पर इनकी नियुक्ति कमलनाथ सरकार ने की थी।

उमा भारती ने अपनी सरकार पर उठाए सवाल

मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उमा भारती ने डीजीपी विवेक जौहरी की चिट्ठी वायरल होने के बाद डीजीपी की तारीफों में पुल बांध दिए हैं। उमा भारती ने डीजीपी विवेक जौहरी की तारीफ में एक के बाद एक लगातार तीन ट्वीट किए हैं। उमा भारती ने अपने एक ट्वीट में विवेक जौहरी की तारीफ करते हुए मध्य प्रदेश को कानून व्यवस्था में अव्वल बनाने का आह्वान किया है। उमा भारती ने अपने ट्वीट में लिखा है - 'मैं विवेक जौहरी जी का पूर्ण समर्थन करते हुए शिवराज सिंह चौहान, गृहमंत्री नरोत्‍तम मिश्रा एवं विवेक जौहरी को आवाहन करती हूं कि मध्य प्रदेश को कानून-व्यवस्था के मसले में मॉडल स्टेट बनाकर दिखाएं।