Mehgaon By Poll 2020: मेहगांव में जातिगत समीकरण साधने से बदलेगा चुनावी खेल

मेहगांव उपचुनाव में हेमंत कटारे और ओपीएस भदौरिया में होगी कांटे की टक्कर, जातिगत समीकरण साधने से होगा हार जीत का फैसला

Updated: Oct 07, 2020, 08:58 PM IST

Photo Courtesy: times now
Photo Courtesy: times now

भोपाल। भिंड में जातिगत समीकरणों का प्रभाव हर चुनाव में नजर आता है। यहां जातिगत समीकरण के हिसाब से प्रत्याशियों को टिकट मिलते हैं। यदि कोई पार्टी किसी ब्राह्मण को टिकट देती है तो विपक्षी पार्टी क्षत्रिय दावेदार को मैदान में भेजती है। भिंड में जातिगत समीकरण बिगाड़ने और बनाने की रणनीति से ही चुनावों में हार-जीत होती है। भिंड के अब तक के चुनावों में ऐसा ही देखने को मिलता रहा है। भिंड की मेहगांव सीट पर भी जातिगत कार्ड ही खेला जाता रहा है।

भिंड जिले की मेहगांव सीट चंबल संभाग की महत्वपूर्ण सीट है, यहां कुल मतदाताओं की संख्या 2.60 लाख है। जिसमें से 1.42 लाख पुरुष वोटर्स हैं। जिनका प्रतिशत 54.63% है। मेहगांव में महिला मतदाताओं की संख्या 1.15 लाख है, जो कि 44.24% है। यहां से पिछले चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर ओपीएस भदौरिया ने जीत हासिल की थी। ओपीएस भदौरिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद यहां चुनाव का स्थिती बनी है।

साल 2018 में कांग्रेस के टिकट पर ओपीएस भदौरिया ने बीजेपी के राकेश शुक्ला को 25,814 मतों से शिकस्त दी थी। वहीं साल 2013 बीजेपी के चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी और साल 2008 में बीजेपी के ही राकेश शुक्ला पर जनता ने भरोसा जताया था। 2003 में जनता ने निर्दलीय प्रत्याशी मुन्ना सिंह को अपना प्रतिनिधि चुना था। 1998 में राकेश शुक्ला और 1993 में बहुजन समाज पार्टी के नरेश सिंह गुर्जर विधानसभा पहुंचे थे। वहीं साल 1990 में कांग्रेस के टिकट पर हरि सिंह और 1985 में रुस्तम सिंह को जीत मिली। 1980 में निर्दलीय प्रत्याशी राय सिंह भदौरिया जीते। साल 1977 और 1972 में रामेश्वर दयाल दांतरे जीते थे।

ब्राह्मण-ठाकुर मतदाता चुनाव में निभाएंगे निर्णायक भूमिका

भिंड जिले की मेहगांव सीट पर जातिगत समीकरण चुनावी खेल बदलने का माद्दा रखता है। यहां ठाकुर, भदौरिया, जाटव, लोधी और ब्राह्मण वोटर्स निर्णायक भूमिका निभाते हैं। इस विधानसभा सीट पर गुर्जर, बघेल, नरवरिया, राठौर, जैन समेत मुस्लिम वोटर्स भी चुनावी रुख मोड़ने में खास भूमिका निभाते हैं।

हेमंत कटारे और ओपीएस भदौरिया में होगी कांटे की टक्कर

इस उपचुनाव में मेहगांव विधानसभा सीट से पूर्व नेता प्रतिपक्ष रहे स्वर्गीय सत्यदेव कटारे के छोटे बेटे हेमंत कटारे को टिकट मिला है। हेमंत कटारे ने साल 2017 के उपचुनाव में अटेर विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी अरविंद भदौरिया को 858 वोटों से हराया था। लेकिन साल 2018  के चुनाव में हेमंत कटारे इस सीट से करीब 5600 मतों से पराजित हुए थे।