MP Elections: बगावत रोकना कांग्रेस के लिए चुनौती, इंदौर, उज्जैन और दतिया में घोषित प्रत्याशियों का पुतला दहन

Congress Candidates List 2023: कांग्रेस ने इंदौर 4 से राजा मांधवानी को प्रत्याशी घोषित किया है, स्थानीय कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनकी रातों-रात पैराशूट एंट्री कराई गई है, जो हमें कतई मंजूर नहीं है।

Updated: Oct 16, 2023, 06:44 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने 144 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। सूची जारी होने के बाद एक ओर कांग्रेस नेतृत्व आत्मविश्वास से लबरेज हैं, वहीं कुछ सीटों पर घोषित प्रत्याशियों का विरोध भी शुरू हो गया है। इंदौर, उज्जैन, दतिया सहित करीब 13 विधानसभा क्षेत्रों में घोषित प्रत्याशियों का विरोध देखने को मिला है। अब बगावत रोकना प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व के सामने बड़ी चुनौती है।

इंदौर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक चार से कांग्रेस ने राजा मंधवानी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। पार्टी के इस फैसले के खिलाफ सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सोमवार को गांधी भवन कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर विरोध-प्रदर्शन करने के साथ ही चक्का जाम किया और राजा मंधवानी का पुतला फुंका। कार्यकर्ताओं का कहना है कि मांधवानी की रातों-रात पैराशूट एंट्री कराई गई है, जो वर्षों से कांग्रेस का झंडा उठा रहे कार्यकर्ताओं को कतई मंजूर नहीं है। प्रदर्शनकारी अक्षय कांतिबम को टिकट देने की मांग कर रहे हैं। 

उधर उज्जैन उत्तर विधानसभा से कांग्रेस की घोषित प्रत्याशी माया त्रिवेदी का भी विरोध देखने को मिला है। माया त्रिवेदी को टिकट मिलते ही कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए और त्रिवेदी का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया। एनएसयूआई के पूर्व जिला अध्यक्ष अंबर माथुर ने बताया कि हम इस घोषणा का विरोध करते हैं क्योंकि कांग्रेस पार्टी ने जिसे अपना कैंडिडेट बनाया है वह अयोग्य है। माया त्रिवेदी के पास कोई कार्यकर्ता नहीं है और वह पूर्व में भी निर्दलीय चुनाव लड़कर कांग्रेस को नुकसान पहुंचा चुकी है। ऐसे व्यक्ति को टिकट देना कहीं ना कहीं गलत है। प्रदर्शनकारी विवेक यादव को टिकट देने का ऐलान कर रहे हैं। 

हाईप्रोफाइल दतिया सीट से कांग्रेस ने अवधेश नायक को उम्मीदवार बनाया है। बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए नायक पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने कार्यालय के बाहर पुतला दहन कर विरोध किया। वे नरोत्तम मिश्रा के सामने कांग्रेस के पुराने नेता राजेंद्र भारती को टिकट देने की मांग कर रहे थे। राजेंद्र भारती साल 2018 का चुनाव महज ढाई हजार वोटों से हारे थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि भारती वर्षों से संघर्ष कर रहे थे और पार्टी द्वारा उनके संघर्ष को अनदेखा किया गया है। खबर मिल रही है कि राजेंद्र भारती राहुल गांधी से मिलने के लिए दतिया से दिल्ली पहुंच चुके हैं। पार्टी नेताओं द्वारा उन्हें मनाने की कोशिशें जारी है।

यह भी पढ़ें: बीजेपी को हराने के लिए समाजवादी पार्टी हमारा साथ दे, कमलनाथ ने की अखिलेश यादव से अपील

इसके अलावा टीकमगढ़ जिले की खरगापुर, सतना जिले की नागौद, मंदसौर जिले की सुवासरा, ग्वालियर ग्रामीण, छतरपुर जिले की महाराजपुर और बिजावर, धार जिले की धरमपुरी, रतलाम जिले की आलोट और सीहोर जिले की बुधनी सीट पर भी घोषित प्रत्याशियों को लेकर लोगों ने नाराजगी जताई है। हालांकि, पार्टी नेतृत्व द्वारा नाराज लोगों को मनाया जा रहा है और शीर्ष नेतृत्व डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। पार्टी प्रत्याशियों के खिलाफ उठ रही बगावत की आवाज को लेकर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि सभी को टिकट नहीं दिया जा सकता है। कमलनाथ ने सोमगर को बताया कि करीब 4,000 लोगों ने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन पार्टी के लिए 230 सीटों वाले इस प्रदेश में सभी को टिकट देना तो संभव नहीं है।