सिवनी: बाघ के हमले में बुजुर्ग की मौत, आक्रोशित ग्रामीणों ने वन विभाग पर किया हमला
सिवनी जिले के खवासा वन परिक्षेत्र के बावली टोला जंगल में गुरुवार शाम को एक 70 वर्षीय बुजुर्ग पर बाघ ने हमला कर दिया। बाघ के हमले में बुजुर्ग की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, तो आक्रोशित ग्रामीणों ने उन पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया।

सिवनी| जिले के खवासा वन परिक्षेत्र के बावली टोला जंगल में गुरुवार शाम एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहां 70 वर्षीय बुजुर्ग तुलसीराम भलावी पर बाघ ने हमला कर दिया। बाघ के हमले में बुजुर्ग की मौके पर ही मौत हो गई। इस खबर से पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई। जब वन विभाग की टीम रेंजर घनश्याम चतुर्वेदी और डिप्टी रेंजर संजय खूंटापल्ले के नेतृत्व में मौके पर पहुंची, तो आक्रोशित ग्रामीणों ने उन पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया।
ग्रामीणों ने वन विभाग, तहसीलदार और डायल-100 के वाहनों में भी तोड़फोड़ की। हमले में रेंजर चतुर्वेदी और डिप्टी रेंजर खूंटापल्ले को गंभीर चोटें आईं, जिनका इलाज कुरई अस्पताल में किया जा रहा है। घटना स्थल पर भगदड़ मच गई, और वन विभाग की टीम किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से भागने में सफल रही।
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कुरई थाना प्रभारी लक्ष्मण झारिया ने बताया कि वन अधिकारियों पर हमले और वाहनों में तोड़फोड़ के मामले में अज्ञात हमलावरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। प्रशासन ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन भारी आक्रोश के चलते स्थिति तनावपूर्ण बनी रही।
दरअसल इस घटना के पहले से ही बालाघाट-सिवनी सीमा पर बाघ के हमलों का सिलसिला जारी है। 22 दिसंबर को सिल्लारी गांव में खेत में काम कर रहे 55 वर्षीय किसान सुखराम उइके पर बाघ ने हमला कर उनकी जान ले ली थी। इसके अलावा, 19 अक्टूबर को चिखली गांव में 22 वर्षीय आदित्य चावरे और 29 नवंबर को बावनथड़ी गांव में 20 वर्षीय कृष्ण कुमार भलावी की बाघ के हमले में मौत हो चुकी है।
इन घटनाओं से ग्रामीणों में भारी आक्रोश और डर का माहौल है। वन विभाग और पुलिस की टीमें लगातार क्षेत्र का निरीक्षण कर रही हैं और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दे रही हैं। प्रशासन ने सुरक्षा के इंतजाम बढ़ा दिए हैं और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है।
इस पूरे घटनाक्रम ने प्रशासनिक अमले को सतर्क कर दिया है। बाघ के हमलों और उसके बाद ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए क्षेत्र में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। पोस्टमार्टम के बाद मृतक के शव को परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। प्रशासन का कहना है कि बाघ के हमलों को रोकने और ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे।