MP: यूरिया की कालाबाजारी से किसान परेशान, महंगे दाम पर खरीदने को हैं मजबूर

जबलपुर में लगातार मिल रही किसानों की शिकायत को लेकर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने भी कृषि विभाग को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

Updated: Aug 10, 2024, 06:02 PM IST

जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में किसान यूरिया की किल्लत के साथ कालाबाजारी से जूझ रहे हैं। ऐसे में न चाहते हुए भी किसान निजी दुकानों से खाद खरीदने को मजबूर हैं। जिले में लगातार मिल रही किसानों की शिकायत को लेकर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने कृषि विभाग को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

किसानों का कहना है कि 266.5 रुपए की यूरिया की बोरी 400 रुपए में बिक रही है। खरीफ की फसल हो या रबी की फसल, यूरिया-डीएपी की कालाबाजारी इस कदर परेशान हैं कि खेती छोड़ने तक की तैयारी कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि जिला प्रशासन कितना भी दावा कर ले, वस्तुस्थिति अलग है। शासकीय खाद वितरण केंद्रों में बरसात में भी किसानों की लाइन लगानी पड़ रही है।

किसानों ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से रोजाना यूरिया के लिए केंद्र पर आ रहे हैं। केंद्र पर पहले 5 अगस्त को आने के लिए कहा गया। इसके बाद से लगातार चक्कर काट रहे हैं, पर खाद नहीं मिल रहा। जब शासकीय केंद्रों में यूरिया नहीं मिला, तो प्राइवेट केंद्र में गए, जहां पर 266 रुपए की बोरी 400 रुपए में मिल रही है।

खाद की किल्लत और कपाबजारी को लेकर कांग्रेस ने राज्य सरकार पर हमला बोला है। मध्य प्रदेश कांग्रेस किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष केदार सिरोही ने कहा कि पूरे प्रदेश में धड़ल्ले से यूरिया की कालाबाजारी हो रही है। किसानों को DAP मिल नहीं रहा है। वहीं, सरकार के संरक्षण में सिंगल सुपर फॉस्फेट अमानक मिल रहा है।