बालाघाट में नक्सलियों ने वाहनों में लगाई आग, पर्चे फेंककर 26 साथियों के मारे जाने का जताया विरोध

मध्यप्रदेश के बालाघाट इलाके में कोरका और नरपी सड़क निर्माण में लगे रोड रोलर फूंके.. मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बंद रखने के लिए लगाए बैनर पोस्टर

Updated: Dec 04, 2021, 07:11 AM IST

Photo Courtesy: naidunia
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बालाघाट। मध्यप्रदेश में भी नक्सलियों ने तांडव मचाना शुरू कर दिया है। बालाघाट जिले में नक्सलियों ने सड़क निर्माण में लगे वाहनों में आग लगा दी है। नक्सलियों ने मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र को बंद रखने की अपील की है।उन्होंने सड़कों पर बैनर पोस्टर लगा दिए हैं। कई जगहों पर पर्चे भी फेंके हैं। दरअसल 13 नवंबर को महाराष्ट्र के गढ़चिरौली से लगे मरदिनटोला पहाड़ी इलाके में पुलिस नक्सली मुठभेड़ हुई थी। जिसमें पुलिस ने 26 नक्सलियों को मार गिराया था। जिसमें नक्सलियों के केंद्रीय समिति का सदस्य मिलिंद तेलतुंबडे ढेर हो गया था। नक्सली उन्हीं साथियों की मौत के विरोध में बंद का आयोजन कर रहे हैं।

इनदिनों बालाघाट के देवबेली थाना इलाका स्थित कोरका और नरपी में 15 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जा रहा है। जहां शुक्रवार देर रात नक्सलियों ने रोड रोलर जला दिया। नक्सलियों ने यहां पर बैनर पोस्टर लगाए हैं, कई जगहों पर पर्चे भी फेंके हैं।  

वहीं छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र सीमा से लगे इलाकों में नक्सली मूवमेंट को खत्म करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार नक्सलियों पर शिकंजा कस रही है। इसी कड़ी में पुलिस रेग्युलेशन में संशोधन के बाद अब नक्सल प्रभावित डिंडौरी जिला बालाघाट पुलिस जोन में शामिल हो गया है। जिससे नक्सल प्रभावित बालाघाट, मंडला और डिंडौरी एक ही पुलिस जोन का हिस्सा हो गए हैं। इससे पहले डिंडौरी शहडोल रेंज में का हिस्सा था।

तीनों जिलों के एक ही रेंज में शामिल होने से पुलिस नक्सल विरोधी अभियान को एक जगह से संचालित कर सकती है। इससे पुलिस की मुश्किलें कम होंगी। कार्यक्षमता में बढ़ोतरी होगी। नक्सलियों को पुलिस प्रशासन की यह पहल रास नहीं आ रही है। वह इलाके में दहशत फैलान का काम कर रही है। गाड़ियों में आग लगाने से सड़क निर्माण में लगे ठेकेदारों और मजदूर दहशत मे आ गए हैं। पुलिस प्रशासन ने मोर्चा सम्हाल लिया है।