ग्लोबल इन्वेस्टर्स ने सरकारी व्यवस्थाओं पर जतायी नाराज़गी, अपमान का आरोप लगाकर किया इन्वेस्टमेंट प्लान कैंसिल

मध्य प्रदेश के इंदौर में हो रहे एनआरआई समिट में विदेशों से आए लोगों ने कुवस्थाओं पर उठाए सवाल, महिला इन्वेस्टर ने कहा- चाय कॉफी तो दूर यहां टॉयलेट की भी व्यवस्था नहीं.. ऐसे भारत बनेगा विश्वगुरू..

Updated: Jan 09, 2023, 04:28 PM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन चल रहा है। सम्मेलन को लेकर सरकार की ओर से तमाम दावे किए गए हैं। हालांकि, यहां भी कुव्यवस्थाओं ने सारे किए पर पानी फेर दिया। दुनिया के विभिन्न से आए लोगों ने कहा कि यहां बैठने की व्यवस्था तक नहीं है। हम इन्वेस्टमेंट का प्लान कैंसिल कर रहे हैं।

इंदौर में आयोजित इस तीन दिवसीय सम्मेलन में 70 देशों से 3500 से अधिक प्रवासी भारतीय हिस्सा ले रहे हैं। लेकिन सरकार ने इतने लोगों को एक साथ बैठने का व्यवस्था तक नहीं किया था। ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के हॉल में तय समय से डेढ़ घंटे पहले एंट्री रोक दी गई। कई NRI को रजिस्ट्रेशन हॉल में ही बैठाकर उनसे कहा गया कि वे स्क्रीन पर ही प्रोग्राम देखें। इसी बात पर एनआरआई भड़क गए।

जमैका से आए प्रशांत सिंह ने पीपुल्स समाचार से बातचीत के दौरान कहा कि, 'हम यहां 15 लोगों के साथ आए हैं। हमारे मंत्रियों को बाहर रोका गया। भारत सरकार की व्यवस्थाएं काफी घटिया है। शिवराज सिंह चौहान को तत्काल कुर्सी से हटा देना..उनसे सभी जिम्मेदारियां छीन लेना चाहिए। आप तीन हजार लोगों की भीड़ मैनेज नहीं कर सकते तो भारत विश्वगुरु कैसे बनेगा? यह शर्मनाक है। क्या आप भरोसा कर सकते हैं कि हमने इतने दिनों में अपनी कड़ी मेहनत से जमैका में जो भारत की छवि बनाई थी वह सब बर्बाद हो गया।

यूएसए से आई जुली जैन कहती हैं कि हमें पूरा कार्यक्रम टीवी पर देखने के लिए कहा गया। टीवी पर देखना होगा तो मैं घर पे बैठकर देखूंगी। मैं यूएसए से यहां क्यों आऊंगी। इतने पैसे खर्च हुए हैं। हम सुबह साढ़े आठ बजे आ गए थे फिर भी बोल दिया गया की हॉल फूल है। हॉल के सारे दरवाजे बंद कर दिए गए। सरकारी अधिकारी भीतर बैठे हुए हैं और हम एनआरआई जो इतने दूर से आए हैं उन्हें बाहर रखा गया। क्या ये होता है अतिथि देवो भवः? ये बेहद अपमानजनक है। इतने लोगों ने इन्वेस्टमेंट प्लान्स लाए थे। अब सभी लोग अपने इन्वेस्टमेंट वापस ले रहे हैं। हमें बहुत निराशा हुई है।'

यूके से आईं वीना सिंह ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि, 'हम इन्वाइटेड गेस्ट हैं हमारा रजिस्ट्रेशन हुआ है। उन्हें पहले से पता है कि दुनिया के देशों से कितने लोग आ रहे हैं। हम यहां समय से पहले आ गए फिर भी हमें हॉल में जाने नहीं दिया गया। ये लोग सिर्फ एक्सक्यूज दे रहे हैं... जो समझ से परे है। यहां चाय कॉफी की भी व्यवस्था नहीं है। महिलाओं तक के लिए टॉयलेट्स नहीं हैं। "अतिथि देवो भवः" कहकर ये हमारा अपमान कर रहे हैं।'

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बताया जा रहा है कि लंदन शहर के डिप्टी मेयर राजेश अग्रवाल को भी आयोजन के मुख्य समारोह में जाने से रोक दिया। अग्रवाल करीब 15 मिनट तक अंदर जाने के लिए संघर्ष करते रहे। अग्रवाल उन्हें मिला विदेश मंत्रालय का आमंत्रण पत्र भी दिखाते रहे। बाहर मौजूद मीडिया के कुछ लोगों ने उन्हें पहचाना और सुरक्षाकर्मियों से उन्हें अंदर लेने को कहा। काफी देर बाद अंदर के अधिकारियों को फोन लगाया गया। बाद में उन्हें दूसरे गेट से अंदर दाखिला मिला। खास बात ये है कि अग्रवाल का नाम उन खास मेहमानों की सूची में भी है, जिन्हें प्रधानमंत्री ने दोपहर भोज पर आमंत्रित किया है।

कुव्यवस्थाओं के लिए सीएम शिवराज ने माफी भी मांगी है। उन्होंने कहा कि हॉल भले ही छोटा पड़ जाए लेकिन हमारे दिल में आपके लिए बहुत जगह है। बता दें कि आज इस सम्मेलन में भाग लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इंदौर पहुंचे हैं। इंदौर की तारीफ करते हुए कहा कि, 'लोग कहते हैं कि इंदौर एक शहर है, लेकिन मैं कहता हूं कि इंदौर एक दौर है। ये वो दौर है, जो समय से आगे चलता है, फिर भी विरासत को समेटे रहता है। इंदौर पूरी दुनिया में लाजवाब है। इंदौरी नमकीन का स्वाद, साबुदाने की खिचड़ी, कचौरी, समोसे, शिकंजी ...जिसने भी इसे देखा उसके मुंह का पानी नहीं उतरा। जिसने इन्हें चखा, उसने कहीं और मुड़कर नहीं देखा। यही वजह है कि लोग इंदौर को स्वच्छता के साथ स्वाद की राजधानी भी कहते हैं। यहां के अनुभव आप खुद भी नहीं भूलेंगे।"