इंदौर की रेडीमेड हरियाली: PM के आगमन से पहले सूखी घास की हरे रंग से पुताई, चंद सेकंड में हुई हरी-भरी

प्रवासी भारतीय सम्मेलन की तैयारियों के बीच इंदौर प्रशासन की लीपापोती, सूखी घास को हरा भरा दिखाने के लिए किया डाई का छिड़काव, कांग्रेस बोली- विधायक ख़रीदी से बनी नक़ली सरकार में हरियाली भी नक़ली है।

Updated: Jan 08, 2023, 12:22 PM IST

इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में एनआरआई समिट की तैयारियां जोरों पर है। चूंकि, पीएम मोदी भी सोमवार को इंदौर आने वाले हैं, ऐसे में शिवराज सरकार दिखावे में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती। हद तो तब हो गई जब यहां सूखी घास की हरे रंग से पुताई कर दी गई, ताकि सभी जगह हरियाली ही हरियाली दिखे। इंदौर के इस रेडीमेड हरियाली का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि नगर निगम का एक कर्मचारी पाइप से जमीन पर हरे रंग का डाई छिड़क रहा है। इससे पीली घास चंद सेकंड में ही हरी-भरी दिखने लगती है। इंदौर को सजा धजा कर नया रूप देने के चक्कर में प्रशासनिक लीपापोती का यह मामला अपने आप में अनोखा है।

अधिकारियों का कहना है कि पानी नहीं मिलने के कारण घास सूख गई थी। शहर के सौंदर्य को बरकरार रखने के लिए इस अद्भुत तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। नगर निगम के उद्यान अधिकारी चेतन पाटिल ने कहा कि यह आर्गेनिक लॉन डाई है, जिसका इस्तेमाल विदेशों में बड़े लॉन में हरियाली के लिए पहले से किया जाता रहा है। इसका मूल्य 3500 रुपए लीटर तक रहता है।

डाई की कीमत से स्पष्ट है कि अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए लाखों रुपए इसमें खर्च किए गए होंगे। बहरहाल, डाई छिड़काव का वीडियो सामने आने के बाद से कांग्रेस राज्य सरकार पर हमलावर है। एमपी कांग्रेस ने इसका वीडियो ट्वीट कर लिखा, 'मध्य प्रदेश की विधायक ख़रीदी से बनी नक़ली सरकार में हरियाली भी नक़ली है। शिवराज जी, ऐसे करोगे मोदी जी का स्वागत?'

इतना ही नहीं इंदौर के फुटपाथ पर तिरंगा पेंट कराया गया है। जिसपर लोग चल रहे हैं उसे तिरंगे के रंग में रंगने को लेकर भी विवाद हो रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स कह रहे हैं कि यह बड़े शर्म की बात है प्रवासी सम्मेलन में तिरंगा पैरों तले कुचला जा रहा है। कांग्रेस नेता सत्यनारायण पटेल ने इसका वीडियो ट्वीट कर लिखा, 'शिवराज जी क्या आपको इंदौर के फुटपाथ पर तिरंगा रंगना सही लगता है?? आपके मातृ संस्था का इतिहास जरूर तिरंगे को अपमानित करने का रहा हैं परंतु आज के परिपेक्ष्य में आपको यह इतिहास छुपाना ही पड़ेगा।'