मंदसौर में नर्सिंग स्टाफ का हड़ताल, खून से सीएम शिवराज को लिखा खत, कोरोना काल की ड्यूटी की भी याद दिलाई

अपनी 10 मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे हैं नर्सिंग स्टाफ, हड़ताल के चौथे दिन नर्सिंग स्टाफ ने अपने खून से मुख्यमंत्री को लिखे पोस्टकार्ड।

Updated: Jul 14, 2023, 01:21 PM IST

मंदसौर। विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की शिवराज सरकार सभी मोर्चों पर विरोध झेल रही है।अपनी 10 मांगों को लेकर मंदसौर में अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे नर्सिंग स्टाफ का आक्रोश भी बढ़ता जा रहा है। हड़ताल पर बैठे नर्सिंग स्टाफ ने अपने खून से मुख्यमंत्री को पोस्टकार्ड लिखे हैं, साथ ही कोरोना काल की ड्यूटी की भी याद दिलाई।

नर्सिंग स्टाफ का अनिश्चितकालीन हड़ताल 10 जुलाई से ही जारी है। हड़ताल में जैसे-जैसे दिन बढ़ते जा रहे हैं, नर्सिंग स्टाफ का आक्रोश भी बढ़ रहा है। बुधवार को रैली निकालकर प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन को आगे बढ़ाते नर्सिंग स्टॉफ ने गुरूवार को खून से मुख्यमंत्री को पोस्टकार्ड लिखे। इसमें हमारी मांगे पूरी करो, 2 ग्रेड लागू करो, रात्रिकालीन भत्ता प्रदान करो, पुरानी पेंशन लागू करो सहित अन्य मांगे लिखी गई। 

इस दौरान कुछ नर्सें पीपीई किट पहनकर प्रदर्शन में शामिल हुईं और सरकार को कोरोनाकाल में की गई डयूटी की याद भी दिलाई।
नर्स नेहा चौहान ने कहा कि मैं पीपीई किट पहनकर मुख्यमंंत्री शिवराजसिंह चौहान को याद दिलाना चाह रही हूं कि आपने हमें कोरोना योद्धा, वारियर्स तो नाम दिया था, लेकिन हमारी जायज मांगों को भी सरकार नहीं मान रही है। हमने कोरोनाकाल में अपनी जान की परवाह किए बिना दिन-रात अस्पतालों में कोरोना के मरीजों के इलाज में सहयोग किया।

नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन के बैनर तले जिला अस्पताल में पदस्थ नर्सिंग स्टाफ भी हड़ताल पर ही हैं। नर्सिंग स्टाफ की हड़ताल के चलते जिला अस्पताल के वार्डो और ओपीडी में व्यवस्थाएं प्रभावित हो रही हैं।

ये हैं प्रमुख मांगें

1. नर्सिंग संवर्ग के वेतन विसंगति को दूर कर अन्य प्रदेशों की भांति सेकंड ग्रेड दिया जाए।
2. पदनाम नर्सिंग ऑफिसर वेतनमान ग्रेड पे 2800 से बढ़ाकर ग्रेड पे 4200 की जाए। सीनियर नर्सिंग आफिसर, ट्यूटर की ग्रेड पे 3600 बढ़ाकर ग्रेड पे 4600 की जाए।
मेट्रन ग्रेड पे 4200 से बढ़ा कर 4800 की जाए।
3. रात्रिकालीन आकस्मिक चिकित्सा भत्ता चिकित्सकों को 500 रुपए प्रति रात्रि दिया जाता है। नर्सेस व अन्य पैरामेडिकल कर्मचारियों को भी 300 रुपए प्रति रात्रि भत्ता दिया जाए।
4. चिकित्सा शिक्षा विभाग में स्वशासी अधिकारी कर्मचारियों के वर्ष 2018 के भर्ती नियमों में संशोधन किया जाए। संशोधन में एसोसिएशन के प्रतिनिधियों का सुझाव लिया जाए।
5. ग्वालियर और रीवा मेडिकल कॉलेज में जीएनएम नर्सिंग को तीन और बीएससी नर्सिंग को चार वेतनवृद्धि दी गई, जबकि अन्य मेडिकल कॉलेजों में नहीं देकर सौतेला व्यवहार किया है।
6. नर्सिंग स्टूडेंट का स्टायफंड 3000 रुपए से बढ़ाकर 8000 रुपए किया जाए।
7. नर्सिंग संवर्ग की पदोन्नति के लिए न्यायालय में मामला विचाराधीन है। ऐसी स्थिति में पदोन्नति पद पर प्रभारी बनाया जाए।
8. स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग में संचालनालय स्तर पर सहायक संचालक का पद नर्सिंग संवर्ग का है। वर्तमान में अन्य केडर से कार्य कराया जा रहा है।
9. पहले हमने शासन के पेन से लिखकर ज्ञापन दिया था, लेकिन शासन ने हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया। अब हमने हमारे खून से पोस्टकार्ड लिखे हैं, जिससे शासन हमारी मांगों की ओर ध्यान दे। हमारी सभी मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।