मध्य प्रदेश के प्राइवेट स्कूलों की चेतावनी, 5 दिन में नहीं खोले विद्यालय तो करेंगे मुख्यमंत्री आवास का घेराव

निजी शैक्षणिक संस्थानों का कहना है कि स्कूल बंद रहने की वजह से संस्थानों से जुड़े 30 लाख परिवारों पर आर्थिक संकट मंडरा रहा है

Updated: Dec 10, 2020, 12:44 AM IST

Photo Courtesy : Dainik Bhaskar
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भोपाल। मध्य प्रदेश में निजी शैक्षणिक संस्थानों ने राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान को चेतावनी जारी की है। शैक्षणिक संस्थानों से जुड़े संगठनों ने मुख्यमंत्री को पांच दिनों के भीतर प्राइवेट स्कूलों को खोलने का निर्णय लेने के लिए कहा है। संगठनों का कहना है कि अगर मुख्यमंत्री जल्द ही कोई फैसला नहीं लेते हैं तो 14 दिसंबर को वे भोपाल में मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे।  

जब मॉल खुल सकते हैं तो स्कूल क्यों नहीं 
निजी संस्थानों से जुड़े संगठनों ने सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि जब राज्य सरकार मॉल और सिनेमा हॉल खोलने की अनुमति दे सकती है तो शैक्षणिक संस्थान क्यों नहीं खुल सकते ? क्या सिर्फ स्कूलों में ही कोरोना फैलने का डर है ? मॉल और सिनेमा हॉल में नहीं ? यह 30 लाख परिवारों का सवाल है। कोरोना के कारण स्कूलों पर पड़े ताले की वजह से निजी संस्थानों से जुड़े 30 लाख परिवारों पर आर्थिक संकट मंडराने लगा है। संगठनों का कहना है कि स्कूल बंद हैं लिहाज़ा कर्मचारियों को देने के लिए अब उनके पास वेतन नहीं बचा है। लाखों परिवारों पर अब आर्थिक संकट मंडराने लगा है।  

निजी स्कूलों के संगठनों ने कहा है कि यह परिवारों के साथ साथ बच्चों के भविष्य का भी सवाल है। क्योंकि सिर्फ ऑनलाइन क्लास होने का पढ़ाई पर काफी असर पड़ा है। संगठनों ने कहा कि जबसे जनरल प्रमोशन की घोषणा हुई है तब से ऑनलाइन क्लास में उपस्थिति 50 फीसदी से भी कम हो गई है। संगठनों ने कहा है कि यह गिरावट बीते दस दिनों में देखने को मिली है। संगठनों की मांग है कि राज्य सरकार जल्द से जल्द निजी संस्थानों को खोलने का निर्णय ले, जिससे न सिर्फ परिवारों को आर्थिक संकट से उबारा जा सके बल्कि बच्चों की परीक्षाएं लेकर उनके भविष्य को भी संवारा जा सके।  

प्राइवेट संस्थानों से जुड़े संगठनों ने मुख्यमंत्री को पांच दिन की मोहलत तो दे दी है। लेकिन उनका कहना है कि अगर सीएम शिवराज उनकी मांगों को नहीं मानते हैं तो राज्य के सभी प्राइवेट संस्थान 15 दिसंबर से ऑनलाइन क्लास पूरी तरह से बंद कर देंगे। 

एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट स्कूल, सोसायटी फॉर प्राइवेट स्कूल डायरेक्टर मध्य प्रदेश, एसोसिएशन ऑफ टेक्निकल एंड प्रोफेशनल इंस्टीट्यूट एमपी, संस्था संगठन बैरागढ़ भोपाल, जबलपुर अन-एडिड स्कूल एसोसिएशन, इंडिपेंडेंट स्कूल एयलाइंस इंदौर, ग्वालियर प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन समिति, सहोदय ग्रुप ऑफ सीबीएसई स्कूल भोपाल, ग्वालियर सहोदय ग्रुप संगठनों ने अपनी मांग रखी है। इसके लिए आज संगठनों ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। उन्होंने सरकार से मनमानी बंद करते हुए संस्थान खोले जाने की वकालत की है। 

बता दें कि राज्य में 74 हज़ार से ज़्यादा निजी संस्थान हैं। हाल ही में मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने बच्चों से केवल इन्हें ट्यूशन फीस ही वसूलने के लिए कहा है। जिस वजह से इनके समक्ष कथित तौर पर आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। लिहाज़ा निजी संस्थानों से जुड़े संगठन ऑनलाइन क्लास की जगह स्कूल खोले जाने की मांग कर रहे हैं।