महेश्वर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी का भारी विरोध, एक हजार कार्यकर्ताओं ने विरोध में निकाली बाइक रैली

महेश्वर विधानसभा में भाजपा के द्वारा अधिकृत उम्मीदवार राजकुमार मेव का विरोध शुरू हो गया है। पार्टी के कार्यकर्ता ही उनका विरोध कर रहे हैं।

Updated: Sep 04, 2023, 08:56 AM IST

महेश्वर। मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले अंतर्कलह रोकना बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। भाजपा ने हारी हुई जिन 39 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए हैं, उनमें से अधिकांश सीटों पर घोषित उम्मीदवारों के खिलाफ कार्यकर्ताओं ने मोर्चा खोल दिया है। अब विरोध के सुर महेश्वर में भी उठने लगे हैं। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने यहां पार्टी द्वारा अधिकृत उम्मीदवार राजकुमार मेव का विरोध शुरू कर दिया है।

भाजपा प्रत्याशी राजकुमार मेव के विरोध में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने रविवार को विरोध रैली का आयोजन किया। तीन अलग-अलग जगह से बाइक रैलियां शुरू हुई। पहले बलवाड़ा मंडल से कराही होते हुए कतार गांव पहुंची। महेश्वर एवं मंडलेश्वर मंडल के कार्यकर्ताओं ने कतरगांव से सामूहिक विधानसभा स्तरीय रैली की शुरुआत की। कतार गांव से संयुक्त रैली में भाजपा कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करते हुए रैली में सम्मिलित हुए। रैली नांद्रा धरगाव से मंडलेश्वर होती हुई महेश्वर पहुंची।

रैली के दौरान कार्यकर्ताओं ने पार्टी द्वारा घोषित प्रत्याशी के विरोध में 'नहीं चलेगा, नहीं चलेगा गद्दार नहीं चलेगा, राजकुमार हटाओ महेश्वर बचाओ' जैसे नारे लगाए। रैली में तकरीबन 1000 से अधिक टू व्हीलर वाहन सम्मिलित थे। भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता सतीश मोयदे ने बताया कि साल 2018 के विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर राजकुमार मेव ने भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी भूपेंद्र आर्य के खिलाफ चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में कांग्रेस की डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ ने जीत हासिल की थी, तभी से भाजपा कार्यकर्ताओं के राजकुमार मेव के विरोध की शुरुआत हुई थी। उसके बाद जनपद चुनाव में भी राजकुमार ने बहुमत होने बावजूद भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी को हार का मुंह दिखलाया।

बता दें कि, एक सप्ताह पूर्व भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने महेश्वर में राजकुमार मेव का पुतला फूंका था। इसके बाद पिपलगोन में प्रभारी और कृषि मंत्री कमल पटेल का घेराव कर विरोध किया था। करही में भाजपा पर्यवेक्षक के सामने राजकुमार मेव के समर्थक और उनके विरोधी आपस में भिड़ गए थे। बहरहाल, भाजपा के लिए अब अंतर्कलह रोकना बड़ी चुनौती बन गई है।