रिश्वतखोर 3 पटवारियों के निलंबन का विरोध, सामूहिक अवकाश पर गए 110 से अधिक पटवारी

रिश्वत लेने के लिए निजी ऑफिस और दुकानें खोलने वाले 3 पटवारियों किशोर दांगी, पवन शुक्ला और निधि नेमा के निलंबन के बाद भोपाल में पटवारी संघ सामूहिक अवकाश पर चला गया है।

Updated: Dec 11, 2024, 11:15 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के भोपाल जिले में रिश्वतखोर 3 पटवारियों के निलंबन का विरोध शुरू हो गया है। रिश्वतखोर पटवारियों के साथियों ने इस कार्रवाई के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। भोपाल में 110 से अधिक पटवारी सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं। नतीजतन शासकीय कामकाज ठप पड़ गए हैं।

दरअसल, रिश्वत लेने के लिए निजी ऑफिस और दुकानें खोलने वाले 3 पटवारियों किशोर दांगी, पवन शुक्ला और निधि नेमा को निलंबित किया गया है। पटवारी संघ का कहना है कि बिना जांच किए उन्हें निलंबित कर दिया गया। निलंबन के बाद भोपाल में पटवारी संघ सामूहिक अवकाश पर चला गया है। सात में से 5 तहसीलों के 110 से अधिक पटवारी मंगलवार को सामूहिक अवकाश पर रहे।

सस्पेंड किए पटवारियों का निलंबन समाप्त नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी। सामूहिक अवकाश के कारण तहसीलों में सन्नाटा पसरा रहा। बैरसिया और कोलार के पटवारी शामिल नहीं हुए : बैरसिया और कोलार तहसील में पदस्थ पटवारियों ने खुद को सामूहिक अवकाश से दूर रखा। पटवारियों के एक अन्य संगठन के जिला अध्यक्ष संदीप शर्मा ने बताया कि आगे रणनीति तय करके फैसला लिया जाएगा।

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मामले पर प्रांतीय पटवारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष अश्विन कुमार सैनी ने कहा कि बिना नोटिस पटवारियों पर कार्रवाई की गई, ये तरीका सही नहीं। वहीं, प्रांतीय पटवारी संघ के भोपाल जिला अध्यक्ष धर्मेद्र कुशवाह ने कहा कि हुजूर तहसील में बैठने की व्यवस्था नहीं है। जगह नहीं होने के कारण वे घर से भी काम करते हैं। पटवारियों को महज 258 रुपए महीना आवास भत्ता मिलता है। इसमें कैसे यापन संभव हैं। जो भी आरोपी हो, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, पर जांच प्रक्रिया का पालन हो।