हम बड़े होकर अपने मां बाप का बिल चुका देंगे, बिजली न होने से परेशान बच्ची ने सीएम के नाम लिखा पत्र
भोपाल के ऐशबाग में पिछले एक हफ्ते से बिजली नहीं है, ऐसे में वहां रहने वाली अल्फिया नामक स्कूली छात्रा ने सीएम को पत्र लिखकर बिजली बहाल करने की मांग की है

भोपाल। बिजली न होने के चलते परेशान एक स्कूली छात्रा ने सीएम शिवराज के नाम पत्र लिखा है। वह इस सिलसिले में घर घर जाकर हस्ताक्षर अभियान भी चला रही है। ताकि बिजली बहाल करने की मांग पत्र में लिखकर सीएम शिवराज तक पहुंचाई जा सके।
भोपाल के ऐशबाग में बीते एक हफ्ते से बिजली नहीं है। ऐसे में बिजली न होने के चलते इलाके के बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। ऊपर से बच्चों की परीक्षाएं भी सिर पर हैं। इसलिए ऐशबाग में रहने वाली एक स्कूली बच्ची अल्फिया ने अपने आसपास बिजली बहाल करने का बीड़ा उठाया है।
अल्फिया ने सीएम शिवराज के नाम एक भावुक पत्र लिखा है जिसमें उसने सीएम से बिजली बहाल करने की अपील की है। अल्फिया ने सीएम को पत्र में लिखा है कि बिजली न होने के चलते बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है। रात में ठीक से नींद न आने के चलते बच्चे सुबह में स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। कुछ बच्चे यूट्यूब पर पढ़ाई करते हैं लेकिन बिजली न होने के चलते फोन तक चार्ज नहीं हो पा रहे हैं। परीक्षाएं भी सिर पर हैं, ऐसे में बच्चों को परीक्षा में फेल होने का डर सता रहा है।
अल्फिया ने आगे लिखा है कि हम बच्चों के माता पिता बिजली बिल चुकाने में सक्षम नहीं हैं और हम बच्चे अभी इतने सक्षम नहीं हैं कि अपने माता पिता की मदद कर सकें। लेकिन अल्फिया ने सीएम से यह वादा किया है कि अगर वे उनके इलाके में बिजली बहाल करवा दें तो इलाके के बच्चे बड़े होकर अपने माता पिता का बिल चुका देंगे।
#Education
— काश/if Kakvi (@KashifKakvi) February 13, 2023
भोपाल शहर के बीचों बीच ऐशबाग में एक हफ़्ते से बिजली नहीं है। चुकी ज़्यादातर रहवासी मजदूर वर्ग से आते हैं तो बिजली बिल बाकि होने से विभाग ने बिजली काट दी।
बिजली काटने से पढ़ाई ना होने पर ऐशबाग की अल्फ़िया ने सीएम के नाम पत्र लिख कर घर घर जाकर हस्ताक्षर करा रही है। pic.twitter.com/uMGGsUDdBx
दरअसल ऐशबाग में अधिकार मजदूर वर्ग के लोग रहते हैं। जो जैसे तैसे मजदूरी कर अपना गुजर बसर कर पाते हैं। बिजली बिल न चुका पाने के चलते बीते हफ्ते वहां बिजली काट दी गई। जिसके बाद से वहां के रहवासी बिना बिजली के रहने पर मजबूर हैं।