सांसद केपी यादव का आरोप, सिंधिया समर्थकों ने 20KM तक किया उनकी गाड़ी का पीछा
पीएम मोदी के कार्यक्रम से केपी यादव देर रात जब कोलारस के रास्ते लौट रहे थे तो कुछ बाइक सवारों ने उनका न सिर्फ पीछा किया बल्कि उनकी गाड़ी के सामने अड़ी लगाकर धमकाया भी। यादव का आरोप है कि पीछा करनेवाले ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक हैं.. और उन्हें डर है कि वे हथियार समेत उन्पर हमला करने आए थे
अशोकनगर। गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया को शिकस्त देने वाले बीजेपी सांसद केपी यादव की सुरक्षा में चूक का सनसनीखेज मामला सामने आया है। केपी यादव ने मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि सिंधिया समर्थकों द्वारा उनकी जान को खतरा है। पत्र में उन्होंने बताया है कि दो अक्टूबर की रात कुछ बाइक सवारों ने 20KM तक उनकी गाड़ी का पीछा किया और फिर ओवरटेक करके उनके सामने भी आ गए। उस वक्त आरोपी के झोले में हथियार भी रखे थे।
सांसद डॉ केपी सिंह यादव ने अशोक नगर पुलिस की शिकायत करते हुए यह पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने बताया है कि सोमवार दिनांक 2 अक्टूबर 2023 की रात वह ग्वालियर से अशोकनगर जा रहे थे। जब उनका वाहन शिवपुरी जिले की कोलारस विधानसभा क्षेत्र के खतौरा गांव से गुजरा तो कुछ बाइक सवार उनके पीछे पड़ गए। पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की परंतु वह नहीं माने। अज्ञात खतरे के चलते ड्राइवर ने वाहन को लहरा कर चलाया। कई बार सड़क से नीचे उतरना पड़ा। कोई भी बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।
यादव ने पत्र में लिखा कि आरोपी के पास एक झोला था जिसमें हथियार होने की आशंका थी। ईसागढ़ के बहरिया चौराहे पर पहुंचते ही आरोपी अचानक से उनकी वाहन को ओवर टेक कर बाइक को आगे खड़ी कर दी। हालांकि सांसद के गार्ड ने तुरंत ही उनमें से एक को पकड़ लिया। सांसद यादव ने मीडिया को बताया कि बाइक सवारों ने जिस तरह उनका पीछा किया वो किसी दहशत से कम नहीं था। बीस किलोमीटर तक पीछा करने के बाद एक बाइक सवार, जिसके झोले में कुछ हथियार थे, ने अपनी बाइक यादव की गाड़ी के आगे लगा दी और अभद्रता करना शुरू कर दिया। धमकी भी दी परंतु शायद वह अपराध नहीं कर पाया।
पकड़े गए लड़के की पहचान पवन यादव यादव, उम्र 31 वर्ष, निवासी तरावली के रूप में हुई है। आरोपी कोलारस विधानसभा से भाजपा से टिकट के दावेदार एवं सिंधिया समर्थक महेंद्र यादव का भाई बताया जा रहा है। आरोपी की भाभी नंद कुमारी जनपद पंचायत की सदस्य हैं और पूरा परिवार सिंधिया का करीबी है।ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं सांसद डॉ केपी सिंह यादव के बीच आदावत सर्वविदित है। अब तक यह लड़ाई राजनीति के मंच और सरकारी कागजों पर दिखाई दे रही थी परंतु पहली बार एक आपराधिक गतिविधि के रूप में सामने आयी है। ऐसे में इस घटना के बाद कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
सांसद केपी यादव ने इस संबंध में आजतक से बातचीत के दौरान कहा कि मैं सिर पर कफन बांधकर निकला हूं। पहले भी इस तरह से धमकाने की कोशिश की गई। मैं डरने वाला नहीं हूं, बल्कि ऐसे लोगों को खुली चुनौती दे रहा हूं। राजनीति में कई तरह के षड्यंत्र चलते रहते हैं। पहले भी मेरे साथ इस प्रकार की हरकतें की गई हैं। लेकिन मैं किसान का बेटा हूं, डरने वाला नहीं हूं। उन्होंने सिंधिया का बिना नाम लिए बगैर कहा कि जो लोग ऐसी हरकतें कर रहे हैं, वो बंद कर दें।