चुनावी भाषण और झूठे नारों के बीच बेटियों की चीखें दबा दी है, उज्जैन रेप केस पर फूटा राहुल गांधी का गुस्सा

न न्याय है, न कानून व्यवस्था और न अधिकार - आज, मध्य प्रदेश की बेटियों की स्थिति से पूरा देश शर्मसार है। मगर, प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री में बिल्कुल शर्म नहीं है: राहुल गांधी

Updated: Sep 28, 2023, 07:07 PM IST

उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में 12 साल की नाबालिग बच्ची के साथ हैवानियत की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस शर्मनाक घटना को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से लेकर राहुल गांधी ने आक्रोश जताया है। राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी और सीएम शिवराज ने चुनावी भाषण और झूठे नारों के बीच बेटियों की चीखें दबा दी है।

राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'मध्य प्रदेश में एक 12 साल की बच्ची के साथ हुआ भयावह अपराध, भारत माता के हृदय पर आघात है। महिलाओं के खिलाफ़ अपराध और नाबालिग बच्चियों के खिलाफ़ हुए दुष्कर्म की संख्या सबसे ज़्यादा मध्य प्रदेश में है। इसके गुनहगार वो अपराधी तो हैं ही जिन्होंने ये गुनाह किए। साथ ही प्रदेश की भाजपा सरकार भी है, जो बेटियों की रक्षा करने में अक्षम है।'

राहुल गांधी ने पीएम मोदी और सीएम शिवराज की चुप्पी पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि, 'न न्याय है, न कानून व्यवस्था और न अधिकार - आज, मध्य प्रदेश की बेटियों की स्थिति से पूरा देश शर्मसार है। मगर, प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री में बिल्कुल शर्म नहीं है - चुनावी भाषण, खोखले वादों और झूठे नारों के बीच बेटियों की चीखें उन्होंने दबा दी हैं।'

वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि, 'मोदी जी जगह-जगह घूमकर महिला आरक्षण का सपना दिखा रहे हैं, और वाहवाही बटोरने की कोशिश कर रहे हैं। असलियत ये है कि, भाजपा शासित मध्य प्रदेश से एक 12 वर्षीय नाबालिग से हैवानियत की बेहद पीड़ादायक घटना सामने आई है। महिलाओं के साथ दुष्कर्म के सर्वाधिक मामले, भाजपा शासित मध्य प्रदेश में हैं, जहाँ हर दिन 8 बलात्कार की घटनाएँ होती हैं। मोदी जी और उनके मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी को चुनाव प्रचार से फ़ुर्सत मिले तो वो शायद मध्य प्रदेश की महिलाओं की चीख़ें सुन पाएंगे।'

बता दें कि महाकाल की नगरी उज्जैन में दिल्ली के निर्भया जैसा दुष्कर्म कांड सामने आया है। दुष्कर्म के बाद नाबालिग के प्राइवेट पार्ट्स को नुकसान पहुंचाया गया। ढाई घंटे तक वह अर्धनग्न अवस्था में महाकाल की नगरी में घूमती रही। किसी ने मदद तक नहीं की। इस घटना ने मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।