सिवनी मॉब लिंचिंग केस: अब SIT करेगी जांच, सीएम शिवराज ने बदलापुर चौकी के पूरे स्टाफ को हटाया

सिवनी की इस घटना के बाद राजनीति भी गरमाई हुई है, कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियां पीड़ित परिवार से मिलने के लिए जांच दल भेज चुके हैं

Updated: May 14, 2022, 09:46 AM IST

Courtesy:  Freepress journal
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सिवनी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एसआईटी का गठन करने और जांच कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सिवनी एसपी समेत थाना कुरई और बदलापुर चौकी के पूरे स्टाफ को तत्काल प्रभाव से हटाने को कहा है। मध्य प्रदेश के सिवनी में दो आदिवासियों की पीटकर हत्या करने के मामले में अब एसआईटी यानी जांच स्पेशल इन्वेस्टिगेशन की टीम जांच करेगी।

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एसआईटी का गठन किया और जांच के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही बदलापुर चौकी के पूरे स्टाफ को तत्काल प्रभाव से हटाने का फैसला भी लिया है। यह फैसला सीएम शिवराज ने शनिवार को गुना की घटना को लेकर बुलाई आपात कालीन बैठक के बाद लिया है।

गुना की घटना के बाद सिवनी की घटना को लेकर भी चर्चा हुई, जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दो आदिवासियों की मौत और पूरे प्रकरण की जांच एसआईटी से कराने की बात कही। साथ ही घटना क्षेत्र के पुलिस थाना कुरई थाना क्षेत्र और बादलपार चौकी के पूरे स्टाफ को तत्काल हटाने का आदेश दिया है।

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सिवनी की इस घटना के बाद राजनीति भी गरमाई हुई है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियां पीड़ित परिवार से मिलने के लिए जांच दल भेज चुके हैं। इस मामले में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने बजरंग दल पर आदिवासी परिवार के घर में घुसकर हत्या करने कारोप लगाया है। 

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बता दें 2 मई को सिवनी के कुरई के सिमरिया में तीन आदिवासियों को गौकसी का आरोप लगाकर पीटा गया। इसमें एक आदिवासी गंभीर रूप से घायल हुआ था और दो की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सरकार ने पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता दी थी। फिर भी आदिवासी वर्ग और स्थानीय लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ।