नरेंद्र मोदी को लाल आंख दिखा रहे शिवराज सिंह चौहान, दिग्विजय सिंह का बीजेपी पर हमला

शिवराज लोगों से पूछ रहे हैं कि मैं चुनाव लड़ूं या नहीं लड़ूं, इसका अर्थ ये है कि वह भाजपा के टिकट पर निर्भर नहीं हैं: दिग्विजय सिंह

Updated: Oct 07, 2023, 04:08 PM IST

भोपाल। विधानसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश बीजेपी में अंतर्विरोधों का दौर जारी है। पार्टी के अधिकांश घोषित उम्मीदवारों का विरोध हो रहा है। वहीं, सीएम चौहान भी रैलियों में चौंकाने वाले बयान दे रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने शुक्रवार को लोगों से पूछा की मैं मुख्यमंत्री बनूं या नहीं? सीएम के इस बयान पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने करारा पलटवार किया है।

पूर्व सीएम सिंह से शनिवार को राजधानी भोपाल में मीडियाकर्मियों ने पूछा कि सीएम शिवराज सिंह चौहान पूछ रहे हैं चुनाव लड़ूं या नहीं लड़ूं? वह चुनाव लड़ने को लेकर जनता से राय ले रहे हैं। इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा, 'इसका मतलब है कि वह भाजपा के टिकट पर निर्भर नहीं है... भाजपा द्वारा सीएम बनाए जाने पर भी निर्भर नहीं हैं। लगता है शिवराज डायरेक्ट चुनाव लड़ना चाहते हैं और डायरेक्ट सीएम बनना चाहते हैं।'

सीएम द्वारा केंद्रीय नेतृत्व को आंख दिखाने के सवाल पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि मोदी जी चीन को लाल आंख दिखाना चाहते थे, वहां तो दिखी नही। लेकिन शिवराज सिंह चौहान उन्हें लाल आँखे जरूर दिखा रहे हैं। कैलाश विजयवर्गीय द्वारा बूथ अध्यक्ष को 51 हजार नगद देने के ऐलान पर पूर्व सीएम ने कहा कि ये उनका अहंकार है। जातीय जनगणना के ऐलान पर सिंह ने कहा कि जातिगत सर्वे और जाति आधारित जनगणना साल 2011 से कांग्रेस की पॉलिसी है। 

बता दें कि शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को डिंडौरी में चरण पादुका कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने जनता से पूछा कि उन्हें मुख्यमंत्री बनना चाहिए कि नहीं? उन्होंने जनता से दोनों हाथ उठवाकर उनका साथ देने को भी कहा। इससे पहले उन्होंने बुधनी में लोगों से पूछा था कि मैं चुनाव लड़ूं या नहीं लड़ूं।

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इससे पहले सीएम पर कमलनाथ ने पलटवार करते हुए कहा कि, 'पहले प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम लेना बंद कर दिया और उन्हें मुख्यमंत्री की दौड़ से बाहर कर दिया। इसके जवाब में प्रधानमंत्री पर दबाव बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने जनता के बीच यह पूछना शुरू किया कि मैं चुनाव लड़ूं या नहीं लड़ूं। पीएम और सीएम की जंग में, भाजपा में जंग होना तय है। जिन्हें टिकट मिला, वह लड़ने को तैयार नहीं है और जो टिकट की रेस से बाहर हैं, वह सबसे लड़ते फिर रहे हैं।'