श्योपुर में सरपंच के बेटे के अपहरण की खबर, बदमाशों के डर से इंकार किए जाने की भी अटकलें

श्योपुर के गांवड़ी गांव में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि सरपंच निरी जाटव के बेटे सतीश का अपहरण हो गया है, लेकिन सरपंच और पुलिस दोनों ऐसी किसी वारदात को सिरे से खारिज कर रहे हैं

Updated: Feb 15, 2021, 06:29 AM IST

Photo Courtesy: Hindi Samachar 24
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भोपाल। मध्य प्रदेश के श्योपुर के गांवड़ी गांव में सरपंच के बेटे को अगवा किए जाने की खबर को लेकर तरह तरह की चर्चाएं हो रही हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच के बेटे का अपहरण हो गया है लेकिन पुलिस अपहरण की बात को सिरे से खारिज कर रही है। खुद सरपंच निरी जाटव अपने बेटे के कथित अपहरण की बात से साफ तौर पर इनकार कर रहे हैं। इस बीच, मध्य प्रदेश कांग्रेस ने भी सरपंच के बेटे का अपहरण किए जाने की खबर को लेकर शिवराज सरकार पर निशाना साधा है।

ग्रामीणों के अनुसार निरी जाटव के बेटे सतीश को बदमाशों ने बंदूक की नोक पर अगवा कर लिया है। अपहरणकर्ता सतीश को छोड़ने के एवज़ में सरपंच से बीस लाख रुपए की फिरौती मांग रहे हैं। हालांकि खुद सरपंच निरी जाटव का कहना है कि उनके बेटे को अगवा नहीं किया गया है। निरी जाटव का कहना है कि उनका बेटे किसी काम से बाहर गया हुआ है। 

परिवार के खंडन करने के बावजूद गांव में इस बात की चर्चा चल रही है कि सतीश का अपहरण ही हुआ है। ग्रामीणों के अनुसार सतीश मवेशियों को चराने जंगल गया हुआ था। वहां पर हथियारबंद बंदामशों ने उसका अपहरण कर लिया। लेकिन अपने बेटे के अपहरण का खंडन करने वाले सरपंच के दावे को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच निरी जाटव अपने बेटे के अपहरण को छिपा रहे हैं।

मध्य प्रदेश कांग्रेस ने भी इस खबर को लेकर शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है। कांग्रेस ने ट्विटर पर लिखा है, "श्योपुर में सरपंच के बेटे का अपहरण, —अपहरणकर्ताओं ने मांगी 20 लाख की फिरौती। “शवराज का जंगलराज”।

 

ग्रामीणों का कहना है कि चूंकि अपहरणकर्ताओं ने सरपंच को पुलिस को सूचित नहीं करने की धमकी दी है, इस वजह से सरपंच अपने बेटे के अपहरण की बात से इनकार कर रहे हैं। अपहरणकर्ताओं ने सरपंच के बेटे को छोड़ने के लिए बीस लाख की फिरौती मांगी है, और साथ में इस बात की धमकी भी दी है कि सरपंच ने अगर पुलिस में इस बात की शिकायत की तो अपहरणकर्ता उसके बेटे को जान से मार डालेंगे। ग्रामीणों का कहना है कि यही कारण है कि सरपंच अपने बेटे के अपहरण की बात को नहीं कबूल रहे हैं। 

दूसरी तरफ पुलिस का यही कहना है कि अभी तक अपहरण की कोई शिकायत नहीं की गई है।दूसरी तरफ सरपंच निरी जाटव किसी काम से अपने बेटे का बाहर होने का हवाला दे रहे हैं। लेकिन सरपंच निरी जाटव यह नहीं बता रहे हैं कि उनका बेटा सतीश आखिर किस काम से और कहां गया हुआ है। जिस वजह से उनके बेटे को अपहरण किए जाने का ग्रामीणों का दावा भारी उनके खंडन पर भारी पड़ रहा है।