सोयाबीन का भाव 6000 से नीचे मंजूर नहीं, भोपाल के नीलम पार्क में सत्याग्रह पर बैठे 16 किसान संगठनों के प्रतिनिधि

आंदोलन कर रहे किसानों का कहना है कि किसानों की आय दोगुनी करने का वादा करने वाली सरकार सुन नहीं रही है, बल्कि सरकार पूंजीपतियों के हिसाब से फैसले ले रही है।

Updated: Sep 30, 2024, 06:02 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में सोयाबीन के दाम 6 हजार रुपए प्रति क्विंटल किए जाने और एमएसपी पर खरीदी की मांग को लेकर किसान आंदोलित हैं। सोयाबीन किसान अपनी मांगों को लेकर प्रदेशभर में सम्मेलन कर रहे हैं। सोमवार को भोपाल में 16 किसका संगठनों ने प्रदर्शन किया।

भोपाल स्थित नीलम पार्क में 16 किसान संगठनों के प्रतिनिधि सत्याग्रह पर बैठे हैं। वे सोयाबीन, गेहूं, चना, मक्का सहित तमाम फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने और MSP की कानूनी गारंटी देने जैसी तमाम मांगों को पूरा करने के लिए डटे हुए हैं। प्रदर्शन में शामिल होने कटनी के किसान नेता एके खान हाथ-पैरों में लोहे की बेड़ियां डालकर पहुंचे थे। 

किसान नेता एके खान का कहना है कि किसानों की आय दोगुनी करने का वादा करने वाली सरकार सुन नहीं रही है, बल्कि सरकार पूंजीपतियों के हिसाब से फैसले ले रही है। हमारी मांग है कि सोयाबीन, गेहूं, मक्का, चना सहित तमाम फसलों की एमएसपी किसानों की लागत के हिसाब से तय हो और एमएसपी की कानूनी गारंटी दी जाए।

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि इस किसान सत्याग्रह में शामिल किसान संगठनों की मुख्य मांग यह है कि जो भी कृषि उत्पाद हैं वह पूरा सरकार द्वारा खरीदा जाए। अभी यह हो रहा है जब से यह मध्य प्रदेश के किसान संगठनों ने आंदोलन चालू किया तो इतना यह हो गया कि सरकार ने पहली बार ये कहा कि हम खरीदी करेंगे। उसके बाद कहा कि 40% खरीदेंगे, फिर कहा 20% खरीदेंगे। मतलब 100 बोरे में से 20 बोरे खरीदेंगे। 80 बोरे बेचने के लिए किसान तीन, साढ़े तीन हजार रुपए प्रति क्विंटल पर बेचने पर मजबूर होगा।