Digvijaya Singh: कोरोना वॉरियर्स की संविदा पर नियुक्ति करे सरकार, वरना सड़क पर लड़ेगी कांग्रेस

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने शनिवार को कार्यमुक्त किए गए कोरोना वॉरियर्स से मुलाकात की, कोरोना वॉरियर्स द्वारा मदद की गुहार लगाने पर दिग्विजय सिंह ने उनकी लड़ाई लड़ने का आश्वासन किया है

Updated: Dec 27, 2020, 06:04 PM IST

भोपाल। कांग्रेस के दिग्गज नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कोरोना वॉरियर्स के खिलाफ राज्य सरकार द्वारा अपनाए गए अन्यायपूर्ण रवैये के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। राज्य सरकार द्वारा कार्यमुक्त किए गए लगभग 6 हज़ार कोरोना वॉरियर्स के समर्थन में अब दिग्विजय सिंह उतर आए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कोरोना वॉरियर्स की लड़ाई लड़ने का वादा किया है। 

कोरोना वॉरियर्स के खिलाफ अन्यायपूर्ण रवैया त्यागे सरकार 

दरअसल कांग्रेस नेता ने शनिवार को राज्य सरकार द्वारा कार्यमुक्त किए गए कोरोना वॉरियर्स से मुलाकात की थी। कोरोना वॉरियर्स ने दिग्विजय सिंह से जब मदद की गुहार लगाई तब दिग्विजय सिंह ने भी उनकी लड़ाई लड़ने का आश्वासन दिया। दिग्विजय सिंह ने कहा कि अगर राज्य सरकार कोरोना वॉरियर्स की नियुक्ति नहीं करेगी, तो कांग्रेस पार्टी सड़क से लेकर संसद तक उनकी लड़ाई लड़ेगी। दिग्विजय सिंह ने कहा कि राज्य की शिवराज सरकार को कोरोना वॉरियर्स के खिलाफ अन्यायपूर्ण रवैया जल्द से जल्द त्यागना होगा। 

प्रधानमंत्री ने फूल बरसाए और मुख्यमंत्री ने लाठी
 
दिग्विजय सिंह ने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना वॉरियर्स के सम्मान में थाली बजवाई। कठिन समय में मोर्चा संभालने वाले कोरोना वॉरियर्स के ऊपर पुष्प वर्षा करवाई। लेकिन दूसरी तरफ पहले तो शिवराज सरकार ने कोरोना वॉरियर्स को काम से निकाल दिया और जब कोरोना वॉरियर्स अपनी मांगों को लेकर एकत्रित हुए तो शिवराज सरकार ने उनके ऊपर लाठियां बरसा दी।

बीते 3 दिसंबर को कोरोना वॉरियर्स अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन करने के लिए राजधानी भोपाल के नीलम पार्क में एकत्रित हुए थे। प्रदर्शन कर रहे करीबन पांच सौ कोरोना वॉरियर्स के ऊपर भोपाल पुलिस ने लाठियां बरसा दी। इस दौरान 15 कोरोना वॉरियर्स गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

यह भी पढ़ें: भोपाल में कोरोना वॉरियर्स पर बरसी लाठियां, ये वही हैं जिन पर कभी फूल बरसाए थे

राज्य सरकार ने पांच हज़ार संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती निकाली है 

एक तरफ राज्य सरकार ने 6 हज़ार स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टी कर दी है। तो वहीं दूसरी तरफ सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत पांच हज़ार स्वास्थ्य कर्मियों की संविदा पर भर्ती निकाली है। जब कोरोना वॉरियर्स ने दिग्विजय सिंह को यह बात बताई तब दिग्विजय सिंह ने कहा कि आखिर सरकार चाहती क्या है ? जिन लोगों ने कोरोना के संकट काल में अपनी जान गवां दी। जो संकट काल में स्वास्थ्य सेवाओं में जुटे रहे, सरकार ने उनकी मेहनत का यह सिला दिया कि उन्हें सीधा बाहर का रास्ता दिखा दिया। दिग्विजय सिंह ने मांग की है कि सरकार जल्द से जल्द इन कोरोना वॉरियर्स की संविदा पर नियुक्ति करे। 

देश और प्रदेश में जब कोरोना का संकट काल आया था। जब हर तरफ कोरोना का भय छाया हुआ था। उस समय राज्य सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के माध्यम से 6 हज़ार स्वास्थ्य कर्मियों की अस्थाई तौर पर भर्ती की थी। लेकिन राज्य सरकार ने 6213 स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टी कर दी है। ऐसे में कोरोना वॉरियर्स लगातार सरकार के इस अन्यायपूर्ण रवैये के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। उन्होंने अपनी नियुक्ति किए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किया। लेकिन उनकी समस्या का अब तक कोई हल नहीं निकला है।