भोपाल में कोरोना वॉरियर्स पर बरसी लाठियां, ये वही हैं जिन पर कभी फूल बरसाए थे

कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने कहा, कभी कोरोना योद्धाओं पर फूल बरसाने का स्वांग रचने वाली बीज़ेपी की सरकार आज उन पर लाठियां बरसा रही है, कांग्रेस इस बर्बरतापूर्ण बर्ताव की कड़ी निंदा करती है

Updated: Dec 04, 2020, 01:43 AM IST

Photo Courtesy : Webdunia
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भोपाल। जिन कोरोना योद्धाओं के सम्मान में प्रधानमंत्री मोदी ने कभी आसमान से फूल बरसाने के आयोजन किए, उन पर अब लाठियां बरस ही हैं। जिन कोरोना व़ॉरियर्स के सम्मान में दिए जलाने, ताली और थाली बजाने के कार्यक्रम किए गए, उन्हें अब नौकरी से निकाला जा रहा है। कोरोना से जंग लड़ने के लिए जान जोखिम में डालने वाले योद्धाओं के साथ ऐसा बर्ताव हो रहा है बीजेपी के उस राज में जिसकी कमान मुख्यमंत्री शिवराज के हाथ में है।

मध्य प्रदेश राजधानी भोपाल के नीलम पार्क में गुरुवार को कोरोना योद्धाओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। उनका गुनाह सिर्फ इतना था कि वे नौकरी से निकाले जाने के बाद शिवराज सरकार के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस के इस लाठीचार्ज में कम से कम 15 कोरोना वॉरियर्स के घायल होने की खबर है। प्रदर्शन में नौकरी से निकाले गए करीब करीब पांच सौ कर्मचारी शामिल थे।

दरअसल कोरोना के दौरान राज्य सरकार द्वारा कॉन्ट्रैक्ट पर रखे गए 6213 स्वास्थ्य कर्मियों की मध्य प्रदेश सरकार ने छुट्टी कर दी है। काम से निकाले जाने के बाद ये स्वास्थ्य कर्मचारी पिछले दो दिनों से भोपाल के नीलम पार्क में आंदोलन कर रहे थे। पुलिस ने आज यानी गुरुवार 3 दिसंबर को उस पार्क में भोपाल गैस त्रासदी पीड़ित संगठनों को प्रदर्शन करने की अनुमति दे दी। इसके बाद कोरोना योद्धाओं ने जब अपना प्रदर्शन बंद नहीं किया तो पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया।

कोरोना योद्धाओं के साथ ऐसे बर्ताव का कांग्रेस ने कड़ा विरोध किया है। कांग्रेस की कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे पीसी शर्मा ने पुलिस की इस बर्बरता को लेकर प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी आड़े हाथों लिया है।  

कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने कहा है कि एक तरफ प्रधानमंत्री कोरोना योद्धाओं पर फूल बरसाने का स्वांग रचते हैं। तो वहीं उनकी ही पार्टी के नेता शिवराज सिंह चौहान और उनकी ही पार्टी कोरोना योद्धाओं पर लाठीचार्ज करवा रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, 'यह घोर निंदनीय है और मैं इस बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज का पुरजोर विरोध करता हूँ।'

सवाल यह है कि जिन कोरोना वॉरियर्स ने संकट के दौर में जान हथेली पर लेकर लोगों की सेवा की, उन्हें पहले नौकरी से निकाल देना और फिर उन पर लाठियां बरसाना, क्या यही है बीजेपी के सबका साथ, सबका विकास के नारे का असली मतलब? क्या इसी तौर-तरीके के दम पर शिवराज सिंह चौहान की सरकार मध्य प्रदेश के  विकास और राज्य के तमाम नागरिकों की भलाई के दावे करती है?