MP में स्कूली शिक्षा की हालत दयनीय, सरकारी स्कूलों को षड्यंत्र के तहत नष्ट किया जा रहा: कमलनाथ
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि पूरे देश के शिक्षा बोर्डों में मध्य प्रदेश के शिक्षा बोर्ड का जितना निचला स्तर आया, वह सब बताता है कि मध्य प्रदेश में स्कूली शिक्षा को भाजपा सरकार में चौतरफ़ा बर्बाद किया जा रहा है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों शिक्षा के क्षेत्र में एक के बाद एक घोटाले उजागर हो रहे हैं। नर्सिंग महाघोटाले का मामला थमा भी नहीं की जबलपुर में 81 करोड़ रुपए का फीस घोटाला उजागर हुआ। शैक्षणिक संस्थानों में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला है।
कमलनाथ ने एक ट्वीट में लिखा, 'मध्य प्रदेश का शिक्षातंत्र घोटालातंत्र बन गया है। भाजपा राज में शिक्षा प्रणाली माफ़िया राज में बदल गई है। जिस तरह से जबलपुर में निजी स्कूलों में क़रीब सौ करोड़ रुपये के फ़ीस घोटाले के समाचार सामने आए हैं, वह अत्यंत चिंता का विषय है।'
पूर्व सीएम ने आगे लिखा, 'मध्य प्रदेश की स्कूली शिक्षा की हालत पहले से ही दयनीय है। दसवीं की परीक्षा में इतने कम छात्र पास हुए और पूरे देश के शिक्षा बोर्डों में मध्य प्रदेश के शिक्षा बोर्ड का जितना निचला स्तर आया, वह सब बताता है कि मध्य प्रदेश में स्कूली शिक्षा को भाजपा सरकार में चौतरफ़ा बर्बाद किया जा रहा है।'
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि सरकारी स्कूलों को सुनियोजित षड्यंत्र के तहत नष्ट किया जा रहा है और वहाँ नियमित अध्यापक तैनात नहीं किये जा रहे हैं। इस तरह छात्रों को निजी स्कूलों की तरफ़ धकेला जा रहा है, जहाँ फ़ीस घोटाले के रूप में छात्रों और अभिभावकों का शोषण हो रहा है।
उन्होंने कहा कि स्कूली शिक्षा के साथ उच्च शिक्षा के हालात भी ख़राब हैं। नर्सिंग कॉलेज घोटाले में हर रोज़ नए तथ्य सामने आ रहे हैं। फ़र्ज़ी विद्यार्थी, फ़र्ज़ी शिक्षक, फ़र्ज़ी कॉलेज, फ़र्ज़ी जाँच और घोटाले में लिप्त जाँच अधिकारी यही नर्सिंग कॉलेज घोटाले की हक़ीक़त है। कमलनाथ ने कहा कि व्यापम घोटाला अब भी रह-रहकर सुर्खियों में आता है। जहाँ बड़ी मछलियों को छोड़कर नीचे के स्तर के लोगों पर कार्रवाई हो रही है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील करते हुए कहा कि इस तरह प्रदेश के बच्चों के भविष्य का गला न घोंटें। शिक्षा प्राप्त करना हर बच्चे का अधिकार है और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना राज्य सरकार का कर्तव्य है।