जबतक गरीबी, छुआछूत और अत्याचार नहीं मिटेगा, देश प्रगति नहीं कर सकता: दिग्विजय सिंह

संत शिरोमणि रविदास जयंती के मौके पर ग्वालियर में आयोजित कार्यक्रम को पूर्व सीएम ने किया संबोधित, कहा कि आज संविधान खतरे में है, बीजेपी के लोग गरीबों का हक मारना चाहते हैं

Updated: Feb 05, 2023, 01:56 PM IST

ग्वालियर। संत शिरोमणि रविदास जयंती के मौके पर मध्य प्रदेश कांग्रेस की ओर से ग्वालियर में बड़ा समारोह आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में पीसीसी चीफ कमलनाथ, राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव समेत तमाम कांग्रेस नेता मौजूद रहे। इस दौरान उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि जबतक समाज से गरीबी, छुआछूत और अत्याचार नहीं मिटेगा, देश प्रगति नहीं कर सकता।

दिग्विजय सिंह ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा, "संत रविदास जयंती पर आप सब को बधाई। हमें इस बात का फख्र है कि 15वीं-16वीं शताब्दी में दलित वर्ग के एक ऐसे महापुरुष ने जन्म लिया जिनकी वाणी आज भी पूजी जाती है। ऐसा शख्स जिसने सभी वर्गों को एक सम्मान देखा। वो शख्सियत जिसने अपने वाणी से लोगों के मन में ऐसा असर डाला कि 500 साल बाद भी आज हम उन्हें पूजते हैं।"

सिंह ने आगे कहा, " आप कल्पना कीजिए कि उस जमाने में कितनी छुआ छूत होगी। उस जमाने में जब दलितों को शिक्षा का अधिकार नहीं था। उस समय संत रविदास जी का जन्म हुआ। आज 700 बाद भी हम उन्हें याद करते है। उनका कहना था जात पात पूछे नहीं कोई - हरि को भजै सो हरि का होई। मन चंगा तो कठौती में गंगा। कहने का मतलब वही है कि हर धर्म इंसानियत का रास्ता सिखाता है।"

सिंह ने कहा, "संत रविदास का एक दोहा था 'कृस्न, करीम, राम, हरि, राघव, जब लग एक न पेखा। वेद कतेब कुरान, पुरानन, सहज एक नहिं देखा।' इसका अर्थ है कि सब एक ही परमेश्वर हैं, सिर्फ अलग अलग नाम है। वेद कुरान सभी ग्रंथो में एक ही ईश्वर का गुणगान है। सभी ग्रंथ सदाचार की पाठ पढ़ाते हैं। हर धर्म का रास्ता एक है। ईश्वर एक है। हर धर्म इंसानियत की राह दिखाता है और अच्छा इंसान होना ही धर्म है।" 

पूर्व सीएम इस दौरान सत्ताधारी दल पर भी हमलावर दिखे। उन्होंने कहा कि, "भारतीय संविधान हमें बाबा साहब आंबेडकर ने दिया। आज संविधान खतरे में है, ये बीजेपी के लोग आज पूरी तरह भारतीय संविधान और गरीबों का हक मारना चाहते हैं। इसलिए आप और हम सब मिलकर आज भारतीय संविधान की रक्षा के लिए यहां एकत्रित हुए हैं। हम एक ही बात जानते हैं कि इस देश में जबतक गरीबी नहीं मिटेगी, जबतक छुआछूत नहीं मिटेगा, जबतक दलितों और आदिवासियों पर हो रहा अन्याय और अत्याचार नहीं मिटेगा, यह भारत कभी प्रगति नहीं कर सकता।"

यह भी पढ़ें: मुरैना पहुंचे MP कांग्रेस के दोनों दिग्गज कमलनाथ और दिग्विजय सिंह, कांग्रेस कार्यालय का किया उद्घाटन

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा कि, "हम यहां एक महान विचारक, समाज सुधारक, अपने वचनों से इस देश का उत्थान करने वाले पूजनीय संत शिरोमणि रविदास जी को याद करने के लिए एकत्रित हुए हैं। एक ऐसे समाज सुधारक जिन्होंने दलितों पिछड़ों को मुख्य धारा में लाने के लिए कड़ा संघर्ष किया।" 

यादव ने आगे कहा कि, "आज संगठित होकर विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस लेने की जरूरत है। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में ग्वालियर-चंबल अंचल में कांग्रेस की बड़ी जीत हुई। उसको आगे बढ़ते हुए हम यह संकल्प लेंगे कि 2023 में पुनः हम कांग्रेस की सरकार बनाएं।" इस दौरान नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने कहा, "संत रविदास जी ने आम लोगों की सेवा में अपना पूरा जीवन लगाया। उन्होंने हमें समाज में भाईचारा स्थापित करने की शिक्षा दी। गुरु ग्रंथ साहिब में उनके 40 दोहे का उल्लेख है। हमें ऐसे महापुरुषों के पदचिन्हों पर चलने का प्रयास करना चाहिए।"