देश में हर दिन 1000 रेल कर्मचारी हो रहे हैं संक्रमित, अब तक 1952 रेलकर्मियों की कोरोना से मौत

ऑल इंडिया रेलवे स्टेशन मास्टर्स के अनुसार अब तक महामारी में 113 स्टेशन मास्टर्स के अलावा रेलवे सुरक्षा बल के 50 लोगों की कोरोना से जान गई है और 1 लाख से ज्यादा कर्मचारी संक्रमित हैं।

Updated: May 11, 2021, 01:58 PM IST

दिल्ली। देशभर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कोरोना ने हर क्षेत्र, हर वर्ग और हर जाति-धर्म के लोगों को अपनी चपेट में ले लिया हैं। इस बीच, रेलवे ने बड़ी जानकारी दी है कि महकमे में हर दिन लगभग एक हजार रेल कर्मचारी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। जबकि एक साल में कुल 1952 रेलवे कर्मचारियों की कोरोना से मृत्यु हो चुकी है। जिसमें स्टेशन मास्टर्स  जैसे फ्रंटलाइन कर्मचारी भी शामिल हैं। रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष सुनीत शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा, “हम इस समय लोगों की मदद कर रहे हैं लेकिन हमारी स्थिति भी ठीक नहीं है। हर दिन लगभग एक हजार कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित हो रहे हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "हम अपने स्टाफ का पूरा ख्याल रख रहे हैं। उन्हें आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं भी उपलब्ध करा रहे हैं। हमारी कोशिश है कि संक्रमित कर्मचारी जल्द ठीक हो जाएं, इसके लिए हमने बेड भी बढ़ा दिए हैं।" उन्होंने कहा, यह हमारा कर्तव्य है कि हम रेलवे कर्मचारियों के साथ-साथ उनके परिवारों की भी देखभाल करें। ऐसे में हमने अस्पतालों में भी ऑक्सीजन प्लांट बनाए हैं। हाल ही में ऑल इंडिया रेलवे फेडरेशन ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर कोरोना से मरने वाले रेलकर्मियों के लिए 50 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की थी।

ऑल इंडियन स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन के अनुसार, इस साल अब तक महामारी में 113 स्टेशन मास्टर्स मारे गए हैं। वहीं कोरोना के कारण रेलवे सुरक्षा बल के 50 लोगों की मौत हो गई है। रेलवे यूनियन ने कहा कि महामारी के दौरान वायरस से लगभग 1 लाख कर्मचारी सक्रंमित हो चुके हैं। ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन के महासचिव सुनील कुमार ने रेलवे बोर्ड को लिखे एक पत्र में कहा है कि, “कोरोना संक्रमण के दौरान  शुरूआत में हुए लॉकडाउन के बाद से ही भारतीय रेलवे के स्टेशन मास्टर्स और अन्य कर्मचारी कोरोना योद्धा के रूप में लड़ रहे हैं। लोगों को अपनी सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं। ऐसे में विभाग को कर्मचारियों के हालात को समझना चाहिए। उन्होंने यह लिखते हुए खेद भी जताया है।

एससी जैन दिल्ली रेलवे डिवीजन के प्रबंधक ने कहा कि, “हमारे लिए अपने सभी कर्मचारियों का टीकाकरण कराना सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम राज्य सरकारों के साथ लगातार समन्वय में हैं। “जब टीकाकरण को फ्रंटलाइन वर्कर्स, रेलवे मेडिकल स्टाफ और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के कर्मियों के लिए खोला गया, तो टिकट चेकर, स्टेशन मास्टर्स, ड्राइवर और गार्ड जैसी अन्य श्रेणियां उस टीकाकरण में शामिल नहीं की गईं।

बीते महीने भारत में कोरोना से मरने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है। कोरोना से मौतों के मामले में भारत दुनिया का तीसरा सबसे खतरनाक देश बन चुका है। अब तक भारत में 2,22000 लोग कोरोना से मारे जा चुके हैं। इनमें से आधे से ज्यादा आबादी ने सिर्फ बीते डेढ़ दो महीनों में जान गवांई है।