1 अप्रैल से अब तक 577 बच्चे हुए अनाथ, मंत्री स्मृति ईरानी ने अनाथ बच्चों की मदद का दिया आश्वासन

स्मृति ने कहा कि केन्द्र अनाथ हुए बच्चों की हर संभव मदद के लिए है तैयार, ज़िला प्रशासन की सुरक्षा और निगरानी में हैं बच्चे

Updated: May 26, 2021, 06:38 AM IST

Photo: Humsamvet
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नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर ने देश भर में अब तक कम से कम 577 बच्चों को अनाथ कर दिया है। इसकी जानकारी खुद मोदी सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने दी है। ईरानी ने सरकारी आंकड़ों के हवाले से बताया है कि 1 अप्रैल से अब तक देश भर में 577 बच्चे ऐसे हैं, जिन्होंने अपने माता और पिता दोनों को ही खो दिया है। स्मृति ईरानी ने आश्वासन देते हुए कहा है कि केंद्र सरकार इन सभी बच्चों की हर संभव मदद के लिए तैयार है। 

स्मृति ईरानी ने मंगलवार रात को अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए कहा कि केंद्र सरकार कोरोना के कारण अपने माता पिता को खोने वाले हर अनाथ बच्चे की मदद और सुरक्षा के लिए तत्पर है। एक अप्रैल से लेकर आज दोपहर दो बजे तक सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 577 बच्चों के मामले दर्ज किए गए हैं, जिन्होंने कोरोना के कारण अपने माता पिता को खो दिया है। 

एक अंग्रेज़ी न्यूज़ वेबसाइट ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया है कि अनाथ हुए बच्चों को ज़िला प्रशासन की निगरानी और सुरक्षा में रखा गया है। ज़िला प्रशासन ऐसे बच्चों पर नज़र रखे हुए है। अगर अनाथ हुए बच्चों को किसी काउंसलिंग की ज़रूरत पड़ती है तो इसके लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेस तैयार है। 

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हालांकि केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे इन तमाम प्रयासों के दावों के बीच ज़मीनी हकीकत यह भी है कि ऐसे कई मामले भी सामने आ रहे हैं, जहां अपने माता पिता दोनों को ही कोरोना से खोने वाले बच्चों को उनके मृतक माता पिता की मृत्यु प्रमाण पत्र पर कोरोना का उल्लेख ही नहीं किया जा रहा है। ऐसे में सरकारी मदद हर अनाथ बच्चे तक पहुंच पाएगी भी या नहीं, यह भी एक बड़ा सवाल है।