घूस कांड के खुलासे के बाद अडानी को चौतरफा नुकसान, एक ही दिन में लगा 88 हजार करोड़ का चूना
रिपोर्ट्स के मुताबिक गौतम अडानी की कुल संपत्ति में गुरुवार को 10.5 बिलियन डॉलर यानी करीब 88 हजार 726 करोड़ रूपए की गिरावट आई है।
भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। घुस कांड मामले में नाम सामने आने के बाद गुरुवार को पहले अडानी ग्रुप के सारे शेयर औंधे मुंह गिर गए। शाम होते-होते केन्या सरकार ने अडानी ग्रुप के साथ किए गए सारे डील्स रद्द कर दिए हैं। शेयरों में गिरावट के कारण एक ही दिन में अडानी को 88 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक गौतम अडानी की कुल संपत्ति में गुरुवार को 10.5 बिलियन डॉलर यानी करीब 88 हजार 726 करोड़ रूपए की गिरावट आई। समूह के प्रमुख फर्म अडानी एंटरप्राइजेज सहित कई अडानी समूह के शेयरों को भारी नुकसान हुआ और शुरुआती कारोबार में उनके निचले सर्किट पर पहुंच गए। समूह के शेयरों में भारी बिकवाली ने अडानी समूह के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) से 2 लाख करोड़ रूपये से अधिक का सफाया कर दिया। समूह का कुल एम-कैप पिछले सत्र के 14.31 लाख करोड़ से घटकर लगभग 12.1 लाख करोड़ रह गया।
उधर, केन्या के राष्ट्रपति विलियम रूटो ने गुरुवार को भरी संसद में अडानी के सारे प्रोजेक्ट रद्द करने संबंधी ऐलान किया। इस दौरान संसद में सबने तालियां बजाकर इसका स्वागत किया। कई सांसद खुशी में नाचने लगे। राष्ट्रपति विलियम रूटो ने कहा कि हमारी सरकार पारदर्शिता और ईमानदारी के सिद्धांतों पर काम करती है और ऐसे समझौतों को मंजूरी नहीं देगी, जो देश की छवि और हितों के खिलाफ हों। हम ऐसे किसी भी कॉन्ट्रेक्ट को स्वीकार नहीं करेंगे, जो हमारे देश की नीतियों और मूल्यों के खिलाफ हो।
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केन्या सरकार द्वारा रद्द किए गए डील में बिजली ट्रांसमिशन और एयरपोर्ट विस्तार जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स शामिल थे। दोनों डील 21,422 करोड़ रुपए की थीं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, केन्या सरकार ने अडाणी ग्रुप के साथ 736 मिलियन डॉलर यानी 6,217 करोड़ रुपए की पावर ट्रांसमिशन डील की थी।
इसके अलावा, अडाणी ग्रुप ने 1.8 बिलियन डॉलर यानी 15,205 करोड़ रुपए की डील भी साइन की थी, जिसमें नैरोबी के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर एक रनवे बनाना था और एक टर्मिनल का निर्माण करना था। इसके बदले अडाणी ग्रुप को 30 साल तक एयरपोर्ट का ऑपरेशन का काम सौंपा जाना था। लेकिन, करीब 21,422 करोड़ रुपए की ये दोनों डील अब रद्द कर दी गई हैं।