SC की फटकार के बाद वायु गुणवत्ता आयोग ने बनाया टास्क फोर्स, 17 फ्लाइंग स्क्वाड भी गठित

सुनवाई के दौरान योगी सरकार ने कहा कि पाकिस्तान से प्रदूषित हवा आती है, इसपर न्यायालय ने कहा कि क्या अब आप पाकिस्तान की इंडस्ट्रीज को बंद कराना चाहते हैं

Updated: Dec 03, 2021, 07:16 AM IST

नई दिल्ली। राजधानी में प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट की कड़ी फटकार के बाद सभी सरकारें अब हरकत में आ गई है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने शीर्ष न्यायालय को बताया है कि चूक करने वाली संस्थाओं के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाएगी। केंद्रीय संस्था ने यह भी कहा है कि सभी निर्देशों को लागू करने के लिए टास्क फोर्स गठित किया गया है साथ ही 17 फ्लाइंग स्क्वॉड का भी गठन किया गया है। 

केंद्रीय पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की ओर से आयोग के डायरेक्टर द्वारा दायर हलफनामे में कहा गया है कि अगले 24 घंटों में फ्लाइंग स्क्वॉड की संख्या 40 तक बढ़ा दी जाएगी। फ्लाइंग स्क्वॉड ने पहले ही गुरुवार से ही काम करना शुरू कर दिया है और 25 स्थानों का निरीक्षण भी किया है। ये सीधे 5 सदस्यीय टास्क फोर्स को  रिपोर्ट करेंगे। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने निर्देश दिया है कि औद्योगिक इकाइयों को सप्ताह के दिनों में केवल 8 घंटे के संचालन की अनुमति दी जाए।

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मामले की सुनवाई के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय को एक अजीबो-गरीब तर्क दिया है। यूपी सरकार की तरफ से पेश वकील रंजीत कुमार ने कहा कि डाउन विंड है। यहां हवा पाकिस्तान की तरफ से आती है और पटना की ओर चली जाती है। यूपी की हवा दिल्ली नहीं जाती है। इसपर फटकार लगाते हुए चीफ जस्टिस ने कहा कि, 'अब आप पाकिस्तान की इंडस्ट्री को बंद कराना चाहते हैं क्या? आप प्रदूषण को कम करने के बारे में जानकारी दें प्रकृति को अपना काम करने दें।'

बता दें कि गुरुवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था कि, 'आखिर समस्या कहां है? दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण कम क्यों नहीं हो रहा है? पराली जलाने की समस्या भी अब नहीं है। तो वायु की खराब गुणवत्ता ठीक क्यों नहीं हुई? हम लगातार निर्देश दे रहे हैं और आप सिर्फ बयानबाजी कर रहे हैं।' सीजेआई एनवी रमन्ना, जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस सूर्य कांत की बेंच ने केंद्र सरकार को जवाब देने के लिए 24 घंटे का मोहलत दिया था। हालांकि, इसके बावजूद भी स्थिति में सुधार नहीं है। शुक्रवार सुबह भी दिल्ली की वायु गुणवत्ता बेहद खराब दर्ज की गई।