पीएम मोदी को नहीं बताया नोबेल पुरस्कार का दावेदार, नोबेल कमेटी के डिप्टी लीडर ने दिया दावे को फर्जी करार

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की पीएम मोदी को सलाह, अपने प्रचार तंत्र को झूठ फैलाने से रोकें प्रधानमंत्री

Publish: Mar 17, 2023, 09:00 AM IST

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नोबेल का शांति पुरस्कार दिए जाने की कथित तौर पर वकालत करने वाले नोबेल कमेटी के डिप्टी लीडर ने इस दावे को पूरी तरह से फर्जी करार दिया है। डिप्टी लीडर एसले तोजे ने बताया है कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को नोबेल शांति पुरस्कार का दावेदार नहीं बताया है और उनके नाम से यह फेक न्यूज़ फैलाया जा रहा है। 

तोजे ने कहा कि वह भारत में राजनीति और विकास पर चर्चा करने आए हैं। उनके नाम से फर्जी ट्वीट वायरल हुए जिसमें यह दावा किया गया कि उन्होंने पीएम मोदी को नोबेल के शांति पुरस्कार ने नवाजे जाने का प्रबल दावेदार बताया है। तोजे ने कहा कि वह इस फेक न्यूज़ को सिरे से खारिज करते हैं और इस पर अपनी ऊर्जा खर्च करने की कोई ज़रूरत नहीं है। 

तोजे के इस खंडन को कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने अपने ट्विटर हैंडल पर साझा करते हुए कहा कि वह खुद पीएम मोदी को नोबेल शांति पुरस्कार का प्रबल दावेदार बताए जाने के दावे को सुनकर अचंभित थे। तोजे ने भी इस फर्जी दावे का खण्डन किया है। गोदी मीडिया ने इस फर्जी दावे को तो खूब प्रचारित किया लेकिन अब तोजे के खंडन को पूरी तरह से नज़रअंदाज़ कर रही है। 

वहीं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी को नसीहत दे डाली है। दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री को अपने प्रचार तंत्र को झूठ फैलाने से रोकने के लिए कहा है। कांग्रेस नेता ने कहा है कि वैसे ही लोगों का विश्वास प्रधानमंत्री के प्रति घटने लगा है। यह झूठ फैलने की हद है। 

दरअसल पिछले दो दिनों से तोजे के हवाले से दावा किया जा रहा था कि नोबेल कमेटी के डिप्टी लीडर ने प्रधानमंत्री को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किए जाने का प्रबल दावेदार बताया है। दावा किया गया कि तोजे ने कहा है कि पीएम मोदी ने विश्व भर में शांति स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई है। यह दावा किया गया कि तोजे ने रूस यूक्रेन युद्ध के दौरान दोनों देशों के शासनाध्यक्षों को समझाने में अहम भूमिका अदा की। लेकिन खुद तोजे ने अब इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है।