बिहार में राहुल गांधी का दिखा अलग अंदाज, मुरेठा बांध किसान चौपाल में पहुंचे, कर्जमाफी पर केंद्र को घेरा

किसानों से उनकी जमीनें छीनकर अडानी जैसे बड़े उद्योगपतियों को दी जा रही हैं। दूसरी तरफ खाद, बीज जैसी चीजों के लिए किसानों से पैसा छीना जा रहा है। अगर देश में अरबपतियों के लाखों करोड़ रुपए माफ हो सकते हैं, तो किसानों का कर्ज माफ क्यों नहीं किया जा सकता: राहुल गांधी

Updated: Jan 30, 2024, 04:41 PM IST

पूर्णिया। कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का बिहार में आज दूसरा दिन है। राज्य में कांग्रेस की इस यात्रा को अभूतपूर्व जनसमर्थन प्राप्त हो रहा है। राहुल गांधी भी बिहार को जानने-समझने के लिए लगातार अलग-अलग समूह के लोगों से मिल रहे हैं। मंगलवार को पूर्णिया में उनका अलग अंदाज देखने को मिला जब वे मुरेठा बांधकर किसान चौपाल में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने किसानों से उनकी समस्याओं को लेकर विस्तृत चर्चा की।

मंगलवार सुबह राहुल गांधी सड़क किनारे एक ढाबे पर रुके और कुछ लोगों के साथ चाय की चुस्की भी ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पूर्णिया के सिकंदरपुर पंचायत स्थित शीशाबाड़ी में किसानों के साथ चौपाल की। इस मौके पर किसानों ने अपनी समस्या रखी। राहुल गांधी ने किसानों के भूमि अधिग्रहण मामले पर कहा कि वे लोकसभा में इस मुद्दे को उठाएंगे और जब उनकी सरकार बनेगी तो किसानों के हित में काम किए जाएंगे।

राहुल गांधी के सामने अपनी बात रखने वाले किसानों ने कहा कि वे ऋण के बोझ तले डूबे हैं, लेकिन, सरकार उनकी सुध नहीं लेती। इस दौरान  राहुल गांधी ने साफ किया कि वे यहां खोखली बातें नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने किसानों का 72,000 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया था। हम भूमि अधिग्रहण बिल लेकर आए थे। जब छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हमारी सरकार थी तो हमने उपज की सही कीमत दी थी।

इस दौरान राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, 'आज किसानों को चारों तरफ से घेरा जा रहा है। एक तरफ किसानों से उनकी जमीनें छीनकर अडानी जैसे बड़े उद्योगपतियों को दी जा रही हैं। दूसरी तरफ खाद, बीज जैसी चीजों के लिए किसानों से पैसा छीना जा रहा है। हमारे किसान देश की रीढ़ हैं। अगर देश में अरबपतियों के लाखों करोड़ रुपए माफ हो सकते हैं, तो किसानों का कर्ज माफ क्यों नहीं किया जा सकता।'

इससे पहले राहुल गांधी ने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर अररिया में उन्हें श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर लिखा कि न्याय की यह महायात्रा गांधी जी के विचारों से ही प्रेरित है और जो भी उनकी विचारधारा को कुचलने की कोशिश करेंगे, वहां हम खड़े मिलेंगे।