जातिगत जनगणना मेरे लिए राजनीति नहीं, ये मेरा मिशन है, प्रयागराज संविधान सम्मेलन में बोले राहुल गांधी
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रयागराज में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी जातीय जनगणना नहीं करना चाहती है। उन्होंने कहा कि हमने जातिगत जनगणना की बात इसलिए उठाई है, ताकि लोगों को उनकी भागीदारी मिल सके।
प्रयागराज। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी शनिवार, 24 अगस्त को प्रयागराज पहुंचे और यहां वे ‘संविधान का सम्मान और उसकी रक्षा' कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान वह केंद्र की भाजपा सरकार और पीएम मोदी पर तीखे प्रहार किए। राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी राजा, महाराजा, शहंशाह वाला मॉडल चलाना चाह रहे थे। मैंने मोदी जी को संविधान माथे पर लगाने के लिए मजबूर कर दिया।
राहुल गांधी ने का दौरान कहा कि मेरा लक्ष्य संविधान को बचाना है। पहले राजा महाराजा के समय, जो मूड में आता था, कर देते थे। मोदी जी भी वही राजा महाराजा शहंशाह वाला मॉडल चलाना चाह रहे थे। मैंने मोदी जी से संविधान माथे पर लगाने के लिए मजबूर कर दिया। अगर कोई सोचे कि जातीय जनगणना को रोका जा सकता है। मै बता रहा हूं वो सपना देख रहा है। ना जातीय जनगणना रुकेगी। ना सोशल सर्वे रुकेगा। ना इंस्ट्यूशनल सर्वे रुकेगा। सरकार को ये मान लेना चाहिए। प्रधानमंत्री को ये बात मान लेनी चाहिए।
राहुल गांधी ने कहा, 'मैंने मिस इंडिया की लिस्ट निकाली। मैंने कहा भइया इसमें एक दलित महिला तो होगी, आदिवासी होगी, लेकिन कोई नहीं थी। आपने कभी मीडिया में मोची का इंटरव्यू देखा है। ये बस मेरे चैनल पर आ रहा है। मीडिया में कहते हैं मोदी जी, देश सुपर पावर बन गया। कैसे बन गया? 90 प्रतिशत लोग शामिल ही नहीं हैं। वहीं, 10 लोग बोलते रहते हैं। देश देखता रहता है। मैं कह रहा हूं जाति जनगणना करना है, मीडिया वाले कहते हैं नहीं करना है। मुझे बस डेटा चाहिए। मीडिया और मोदी जी कह रहे हैं कि मैं देश को बांट रहा हूं।'
उन्होंने आगे कहा कि जाति जनगणना संविधान को मजबूत करने का काम है। इसको दस प्रतिशत ने नहीं बनाया है। इसको सौ प्रतिशत ने बनाया है। इसकी रक्षा आप लोग करते हो। अडानी जी नहीं करते है। इकॉनोमी सोशल सर्वे कराना चाहता हूं, वो इसकी रक्षा है। जातिगत जनगणना मेरे लिए राजनीति नहीं, ये मेरा मिशन है।
राहुल गांधी ने इस दौरान सुल्तानपुर के मोची रामचैत की कहानी सुनाई। उन्होंने कहा कि मैं सुल्तानपुर गया था। मुझे मोची की दुकान दिखी। मैं वहां जाकर रूक गया। उनके पास जाकर बैठ गया। मैं समझना चाहता था कि कर क्या रहे हैं। बातचीत हुई और मैं उनको देख रहा था। हाथ में अनलिमिटेड स्किल। मतलब तीस-चालीस साल का अनुभव। मैंने एक जूता लिया बनाने की कोशिश की लेकिन नहीं बना पाया। एक-दो साल लग जाएंगे मुझे बनाने में। मैंने पूछा क्या हो रहा है, कैसे चल रहा है। उन्होंने कहा- ये जो मेरा बेटा है, पहले मेरे साथ काम करता था। भाग गया, चला गया। उन्होंने कहा राहुल जी मेरी लाइफ में एक भी मेरी रिस्पेक्ट नहीं की। ये सब लोग मेरा मजाक उड़ाते हैं। मैं जाते समय सोच रहा था, इतना हुनर है और किसी से इनको इज्जत नहीं मिलती। ऐसे हजारों लोग हैं। ये देश में हर रोज हो रहा है।