20 जून को 10वीं बोर्ड का रिजल्ट आएगा, CBSE ने 10वीं क्लास के लिए मूल्यांकन नीति जारी की

10वीं का रिजल्ट साल भर हुए यूनिट टेस्ट, हाफ इयरली, और प्री बोर्ड परीक्षा के नंबरों के आधार पर बनेगा, इन परीक्षाओं का 80 प्रतिशत, और 20 प्रतिशत इंटरनल मार्किंग के आधार पर मिलेंगे नंबर, गड़बड़ी से बचने के लिए स्कूलों में 8 सदस्यीय कमेटी का बनाने के निर्देश

Updated: May 02, 2021, 08:25 AM IST

Photo courtesy: Yoyocial
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CBSE ने 10वीं बोर्ड परीक्षा के लिए मूल्यांकन नीति की ऐलान कर दिया है। कक्षा दसवीं के छात्रों को इंटरनल मार्किंग और सालभर हुई परीक्षाओं में मिले नंबरों के आधार पर पास किया जाएगा। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड CBSE  ने 20 जून को 10वीं कक्षा के रिजल्ट घोषित करने का ऐलान किया है। रिजल्ट नई टैबुलेशन पॉलिसी के आधार पर बनेगा। इस पॉलिसी के तहत साल भर में आयोजित विभिन्न परीक्षाओं में मिले नंबर्स के आधार पर मार्क्स दिए जाएंगे।

छात्रों को यूनिट टेस्ट, हाफ इयरली परीक्षा और प्री बोर्ड परीक्षाओं के नंबरों के आधार पर 80 प्रतिशत नंबर मिलेंगे। जिसमें साल भर हुए यूनिट टेस्ट के 10 नंबर, हाफ इयरली परीक्षा के 30 नंबर और प्री बोर्ड परीक्षा के 40 नंबर तय किया गया है। जबकि इंटरनल मार्किंग से 20 प्रतिशत नंबर दिए जाएंगे।

वहीं CBSE ने देश के सभी स्कूलों को एक कमेटी बनाने का निर्देश जारी किया है। जिससे छात्रों के मूल्यांकन में लापरवाही और पक्षपात ना किया जा सके। बोर्ड ने यह भी ताकीद की है कि अगर कोई स्कूल छात्रों के साथ पक्षपात करता है तो उनके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा। 10वीं क्लास का फाइनल रिजल्ट बनाने के लिए प्रिंसीपल की अध्यक्षता में एक आठ सदस्यीय समिति का गठन करने के निर्देश दिए गए हैं। CBSE का कहना है कि यदि किसी स्कूल ने यूनिट टेस्ट, हाफ इयरली परीक्षा और प्री बोर्ड कैटेगरी से अलग भी कोई परीक्षा ली है तो प्रिंसिपल की अध्यक्षता वाली कमेटी के पास अपने हिसाब से वेटेज फिक्स करने का अधिकार होगा।

केंद्रीय शिक्षा बोर्ड ने सभी स्कूलों को 25 मई तक अपने रिजल्ट फाइनल करने के निर्देश दिए हैं। बोर्ड के पास 5 जून तक रिजल्ट जमा कराना होगा। वहीं इंटरनल मार्किंग के नतीजे 11 जून तक बोर्ड के समक्ष जमा कराना अनिवार्य किया गया है। जिसके आधार पर 20 जून को बोर्ड की तरफ से नतीजों की घोषणा होगी।

बोर्ड का कहना है कि सभी स्कूलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि 10वीं बोर्ड परीक्षा में स्कूल द्वारा दिए गए नंबर छात्रों के पिछले प्रदर्शन के अनुरूप हो। परीक्षाओं के मूल्यांकन में किसी तरह का पक्षपातपूर्ण व्यवहार करने पर स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। दरअसल कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से केंद्र सरकार ने 10वीं बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी थी। वहीं 12वीं बोर्ड परीक्षाओं टाल दी गई हैं, जून में परीक्षाओं की तारीखों का ऐलान किया जाएगा।