दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन के गठन को केजरीवाल कैबिनेट की मंजूरी

दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन का होगा गठन, केजरीवाल सरकार ने किया ऐलान, इस साल बोर्ड में शामिल किए जाएंगे 20 से 25 सरकारी स्कूल

Updated: Mar 06, 2021, 10:31 AM IST

Photo Courtesy: The Indian Express
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दिल्ली। दिल्ली में स्कूली शिक्षा के लिए एक अलग बोर्ड बनेगा। आज ये एलान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किया है। केजरीवाल सरकार ने दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (DBSE) के गठन को मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी है। उनका कहना है कि साल 2021 में DBSE में दिल्ली के 20 से 25 सरकारी स्कूलों को जोड़ा जाना है।

इन स्कूलों का एफीलिएशन केंद्रीय शिक्षा बोर्ड से हटाकर DBSE बोर्ड से किया जाएगा। यह प्रक्रिया धीरे-धीर होगी। एक साथ सभी स्कूलों को दिल्ली बोर्ड में शामिल नहीं किया जाएगा। CBSE से दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन बोर्ड में शामिल करने से पहले स्कूल प्रबंधन की सहमती ली जाएगी। बोर्ड परिवर्तन का फैसला संबंधित स्कूल के शिक्षक, प्रिंसिपल और छात्रों के पेरेंटस से विचार विमर्श के बाद होगा।

 

इस बारे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि पिछले करीब 6 साल में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में उल्लेखनीय सुधार किया गया है। जिसके बाद अब सरकार ने अगली स्टेज पर बढ़ते हुए दिल्ली बोर्ड के गठन का फैसला लिया है। उनका कहना है कि दिल्ली का एजुकेशन सिस्टम तेजी से सुधर रहा है, उसमें क्रांतिकारी परिवर्तन हो रहा है, जिसके बाद यह बोर्ड अब शिक्षा के स्तर को नई ऊंचाइयां प्रदान करेगा। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर का बोर्ड होगा, इंटरनेशनल प्रैक्टिस को स्कूलों और बोर्ड में अप्लाय किया जाएगा।

 

दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन एक गवर्निंग बॉडी होगा। प्रदेश के एजुकेशन मिनिस्टर इसके अध्यक्ष होंगे। DBSE की एक एग्जीक्यूटिव बॉडी का जिम्मा सीईओ को दिया जाएगा। इन दोनों समितियों में एजुकेशन क्षेत्र के विशेषज्ञ, सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के प्रिंसिपल, नौकरशाह और उद्योग होंगे।

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली बोर्ड के तीन लक्ष्य भी बताएं हैं, उनका कहना है कि यहां पढ़ने वाले बच्चों को देशभक्ति की सीख दी जाएगी, ताकि आने वाले समय में ये बच्चे हर क्षेत्र में देश की ज़िम्मेदारी उठाने के लिए तैयार हों। बच्चों को अच्छा इंसान बनने और अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए तैयार करने पर फोकस किया जाएगा। यहां के छात्र किसी भी धर्म, जाति और अमीर-गरीब का फर्क भूल अच्छे इंसान बन सकें। बच्चों को रोजगार मांगने की बजाय रोजगार देने वाला बनाया जाएगा।

गौरतलब है कि दिल्ली में करीब एक हजार सरकारी स्कूल और सत्रह सौ प्राइवेट स्कूल हैं। प्रदेश के सभी सरकारी स्कूल CBSE से एफीलियटेड हैं, जबकि कुछ निजी स्कूल CBSE के अलावा अन्य बोर्ड्स से भी मान्यता प्राप्त हैं। अब सरकार ने आगामी शिक्षण सत्र 2021-22 से दिल्ली के 20-25 सरकारी स्कूलों को DBSE से संबद्ध करने की घोषणा की है।