लिखित में दें शराबबंदी को समर्थन, ज़हरीली शराब से मरने वालों के परिजनों को मुआवजे पर सीएम नीतीश की शर्त

सीएम नीतीश ने कहा कि अगर मृतकों के परिजन लिखित में शराबबंदी का समर्थन करते हैं तब उन्हें मुख्यमंत्री राहत कोष से चार लाख का मुआवजा दिया जाएगा

Updated: Apr 17, 2023, 03:39 PM IST

पटना। बिहार के पूर्वी चंपारण में ज़हरीली शराब से लोगों के मरने का सिलसिला जारी है। इसी बीच राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की एक शर्त रख दी है। सीएम नीतीश ने मृतकों के परिजनों से शराबबंदी का समर्थन करने की शर्त रखी है। 

सीएम नीतीश ने मीडिया से कहा कि अगर मृतकों के परिजन लिखित में यह लिखकर देंगे कि वह बिहार में लागू शराबबंदी का समर्थन करते हैं तभी उनकी सरकार मुख्यमंत्री राहत कोष से चार चार लाख का मुआवजा देगी। 

सीएम नीतीश ने पूर्वी चंपारण में हुए ज़हरीली शराब कांड पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह बेहद दुखद है। नीतीश ने कहा कि अगर मृतकों के परिजन लिखित में यह देते हैं कि वह शराब के सेवन का विरोध करते हैं और वह अन्य लोगों को शराब न पीने को लेकर प्रेरित करेंगे तब मुख्यमंत्री राहत कोष से परिवारों को चार लाख का मुआवजा दिया जाएगा। सीएम नीतीश ने कहा कि यही मापदंड 2016 से लेकर अब तक ज़हरीली शराब से मरने वाले लोगों के परिजनों के लिए अपनाया जाएगा। 

पूर्वी चंपारण के मोतिहारी में ज़हरीली शराब से मरने वाले लोगों का आंकड़ा 28 पहुंच गया है। अभी ज़हरीली शराब से मरने वाले लोगों की संख्या और बढ़ने की संभावना है। पिछले वर्ष दिसंबर महीने में छपरा में ज़हरीली शराब से लोगों की मौत हुई थी। तब सीएम नीतीश ने विधानसभा में कहा था कि शराब पीकर मरने वाले लोगों के प्रति उनके मन में कोई हमदर्दी नहीं है और उनकी सरकार मृतकों के परिजनों को कोई मुआवजा नहीं देगी।