फरवरी के आखिरी हफ्ते में होगा कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन, रायपुर में जुटेंगे देशभर के दिग्गज

कांग्रेस स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में तय किया गया है कि पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन अगले साल फरवरी के आखिरी हफ्ते में होगा, इस बार मेजबानी का मौका छत्तीसगढ़ कांग्रेस को दिया गया है।

Updated: Dec 04, 2022, 03:01 PM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस स्टीयरिंग कमेटी की बैठक से बड़ी जानकारी सामने आई है। कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन अगले साल फरवरी के आखिरी हफ्ते में होगा। इस बार मेजबानी का मौका छत्तीसगढ़ कांग्रेस को दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस पार्टी का पूर्ण अधिवेशन राजधानी रायपुर में होगा। इस दौरान देशभर के दिग्गज कांग्रेस नेताओं का रायपुर में जुटान होगा।

रविवार को एआईसीसी मुख्यालय में कांग्रेस स्टीयरिंग कमेटी की बैठक करीब ढाई घंटे तक चली। इस दौरान
संगठनात्मक चुनावों की प्रक्रिया पूरा करने के लिए पूर्ण सत्र आयोजित करने की बात पर सहमति बनी। कांग्रेस नेताओं ने पूर्व सत्र (Plenary session) के लिए फरवरी के आखिरी सप्ताह को उपयुक्त माना। वहीं, छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल की सहमति से रायपुर में सत्र आयोजित करने का निर्णय लिया गया।

जानकारी के मुताबिक भारत जोड़ो यात्रा संपन्न होने के बाद कांग्रेस "मास कॉन्टैक्ट प्रोग्राम" लॉन्च करेगी। इसका नाम "हाथ से हाथ जोड़ो अभियान" रखा गया है। बताया गया कि 26 जनवरी को जब भारत जोड़ो यात्रा श्रीनगर में ख़त्म होगी उसी दिन से 2 महीने तक ‘हाथ से हाथ जोड़ो अभियान’ शुरु होगा। ये अभियान देशभर में ब्लॉक-बूथ-ग्राम पंचायत स्तर पर चलेगा।

कांग्रेस स्टीयरिंग कमेटी की बैठक को संबोधित करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि, 'अगर कांग्रेस संगठन मजबूत होगा, जवाबदेह होगा, लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरेगा, तो ही हम चुनावी जीत हासिल कर देश के लोगों की सेवा कर पाएंगे. मेरा मानना है कि पार्टी और देश के प्रति हमारी जिम्मेदारी का सबसे बड़ा हिस्सा है- “Organizational Accountability from top to bottom।”

खड़गे ने भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कहा, 'देश में एक नया इतिहास लिखने वाली राहुल गांधी जी के नेतृत्व में चल रही ‘‘भारत जोड़ो यात्रा'' आज 88 दिन पूरे कर रात के समय राजस्थान की सीमा में प्रवेश करेगी। यह यात्रा अब एक राष्ट्र आंदोलन का रूप ले चुकी है। एक ऐसा आंदोलन, जो देश में कमरतोड़ महंगाई, भयंकर बेरोजगारी, नाकाबिले बर्दाश्त आर्थिक व सामाजिक असमानता तथा नफरत की राजनीति के खिलाफ एक निर्णायक जंग का आह्वान है। देश के करोड़ों लोग राहुल गांधी जी व कांग्रेस के संकल्प से जुड़े हैं। इनमें भारी संख्या में वो लोग भी हैं, जो कांग्रेस से नहीं जुड़े थे, या फिर हमारी आलोचना किया करते थे। भारत जोड़ो यात्रा का एक राष्ट्रीय जन आंदोलन का रूप ले लेना ही इस यात्रा की सबसे बड़ी कामयाबी है।'