अडानी विवाद पर सोमवार को देशव्यापी प्रदर्शन करेगी कांग्रेस, LIC और SBI के दफ्तरों का होगा घेराव

Hindenburg की रिपोर्ट आने के बाद से अडानी समूह को 100 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है, अडानी समूह के शेयरों में एलआईसी और एसबीआई का पैसा निवेश किए जाने का कांग्रेस विरोध कर रही है।

Updated: Feb 03, 2023, 06:14 AM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने अडानी समूह पर ससनीखेज खुलासा करने वाली हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर 6 फरवरी को LIC और SBI कार्यालय के सामने राष्ट्रव्यापी जिलास्तरीय विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि सरकार प्रधानमंत्री के करीबी दोस्तों को लाभ पहुंचाने के लिए देश के लोगों की गाढ़ी कमाई को खतरे में नहीं डाल सकती।

केसी वेणुगोपाल ने बयान जारी कर कहा, "अभूतपूर्व बेरोजगारी, अनियंत्रित मुद्रास्फीति और आर्थिक संकट के कारण चारों ओर फैली घोर निराशा के बीच, मोदी सरकार से उम्मीद की जा रही थी कि वह एक ऐसा बजट पेश करेगी जो जनसामान्य की इन जरूरी चिंताओं का निराकरण कर सके। परन्तु दुःख की बात,  है कि अपने चिर-परिचित क्रूर और असंवेदनशील चेहरे के अनुरूप ये सरकार, लोगों के हितों के संरक्षण और जनता के पैसे की बर्बादी और लूट को रोकने की बजाय, अभी भी सभी प्रकार के एहतियात और वित्तीय विवेक को ताक पर रखकर प्रधानमंत्री मोदी के मित्रों की मदद करने पर आमादा है।"

कांग्रेस महासचिव की ओर से जारी बयान में आगे लिखा गया है कि, "इस घोटाले को लेकर व्याप्त जनभावनाओं और व्यापक स्तर पर फैले जन आक्रोश के परिपेक्ष्य में कांग्रेस पार्टी ने सोमवार, 6 फरवरी, 2023 को जीवन बीमा निगम कार्यालयों और भारतीय स्टेट बैंक के कार्यालयों के समक्ष देशव्यापी जिला स्तरीय विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। सरकार प्रधानमंत्री के मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिए भारत के लोगों की गाढ़ी कमाई को खतरे में नहीं डाल सकती है।'

उन्होंने बताया कि अदानी समूह में एलआईसी ने कुल 36,474.78 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जबकि भारतीय बैंकों ने इसमें लगभग 80,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि इन संस्थाओं द्वारा अदानी समूह में निवेश तब भी जारी रखा गया, जब इस समूह पर स्टॉक में हेराफेरी, खातों में धोखाधड़ी और अन्य अनियमिताओं के आरोप लग रहे थे। इस घोटाले का पर्दाफाश होने के बाद अदानी समूह को 100 बिलियन डॉलर का नुकसान हो चूका है।

केसी वेणुगोपाल ने सभी प्रदेश कांग्रेस समितियों से जिला कांग्रेस समितियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने का अनुरोध किया है। ताकि वरिष्ठ नेताओं, पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के अलावा ब्लॉक कांग्रेस समितियों, पंचायत और बूथ स्तर पर इस विरोध प्रदर्शन में बढ़-चढ़कर सहभागिता सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने दोहराया कि अडानी समूह द्वारा संचालित सैकड़ों हज़ार करोड़ की सार्वजनिक राशि के इस विशाल घोटाले की जांच संयुक्त संसदीय समिति अथवा भारत के मुख्य न्यायाधीश की देखरेख में करवाने की मांग भी कांग्रेस पार्टी करती है।