कोरोना पॉजिटिव हुआ देश का हेल्‍थ सिस्‍टम

देश में धीरे-धीरे स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोग भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आते जा रहे हैं। इसका कारण उपयुक्‍त मास्‍क और सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) का अभाव माना जा रहा है।

Publish: Apr 15, 2020, 01:32 AM IST

नई दिल्‍ली। देश में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सख्‍ती की घोषणाओं के बीच बुरी खबर यह है कि धीरे-धीरे स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोग भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आते जा रहे हैं। इंदौर में दो डॉक्‍टरों की मौत, भोपाल में स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के 70 से अधिक कर्मचारियों के संक्रमित होने की खबरें तो आ ही चुकी हैं। दिल्ली में इलाज के दौरान कई स्वास्थ्यकर्मियों के संक्रमित होने के बाद अब देश की आर्थिक राजधानी मुम्बई में कई चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं से जुड़े लोगों के तेजी से संक्रमित होने का कारण उपयुक्‍त मास्‍क और उचित सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) का अभाव माना जा रहा है।

कोरोना संक्रमण के कारण मुम्बई के 6 अस्पतालों को बंद कर दिया गया है। स्वास्थ्य कर्मियों में बढ़ते संक्रमण के मामलों के चलते अब तक वोकहार्ट, जसलोक, ब्रिचकैंडी, भाटिया, सैफी और सुश्रुषा अस्पताल बंद कर दिए गए हैं। हालांकि इनमें से कुछ अस्पतालों को सेनेटाइजेशन के बाद आंशिक रूप से खोलने की इजाजत मिल गई है। गौरतलब है कि अब तक मुम्बई में करीब 100 स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इनमें भाटिया अस्पताल के 11 कर्मी भी शामिल हैं। सायन अस्पताल में भी एक डॉक्टर और एक नर्स के संक्रमित होने की बात सामने आई है। सेवन हिल्स अस्पताल में भी दो डॉक्टरों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। आरोप लग रहे हैं कि पर्याप्त संख्या में पीपीई किट नहीं होने के कारण इलाज के दौरान डॉक्टर और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोग संक्रमित मरीजों के संपर्क में आ रहे हैं, जिसके कारण उनमें संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े लोगों में संक्रमण फैलने के कारण शहर की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं।