AMU में कोरोना का कहर, 20 दिनों के भीतर 44 की कोरोना से मौत, 26 प्रोफेसर्स भी शामिल

कुलपति तारिक मंसूर ने यूनिवर्सिटी में कोरोना के नए वैरिएंट की आशंका जताई है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने भी ट्वीट कर नए वैरिएंट की बात कही है।

Updated: May 12, 2021, 04:31 AM IST

Photo courtesy: ABP
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दिल्ली। देश भर में कोरोना का कहर जारी है। कोरोना वायरस का संक्रमण अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में घुस चुका है। यहां केवल 20 दिनों के भीतर 44 व्यक्तियों की कोरोना से मौत हो चुकी है। इनमें 26 प्रोफेसर्स की जान जा चुकी हैं कोरोना के कारण मरने वाले इन प्रोफेसर्स में 16 वर्किंग और 10 रिटायर्ड फैकल्टी हैं। यूनिवर्सिटी ने संदेह जताया है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में कोरोना का कोई नया वेरिएंट हो सकता है। ऐसे में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जांच कराने की मांग की है। उन्होंने संदेह जताया है कहीं ये कोरोना का नया वेरियंट तो नही हैं।

उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "ये बेहद दुखद और चिंताजनक है कि पिछले 20 दिनों में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के 18 सेवारत प्रोफेसर्स का कोरोना से निधन हो गया इसकी जांच होनी चाहिए कि ये कोरोना वायरस का कोई नया वैरियंट तो नही है। बने हुए हालातों में कोरोना संबंधित हर पहलू को गंभीरता से लेना आवश्यक है" 

 

 

 

 

एएमयू के कुलपति तारिक मंसूर ने मंगलवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से यूनिवर्सिटी में कोरोना महामारी को लेकर बात चीत की। वीसी ने केंद्रीय मंत्री से कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को लेकर जो नमूने भेजे हैं। उनकी जल्द से जल्द जांच कराने की मांग की है। साथ ही जेएन मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार का आग्रह किया है। बता दें एकत्र किए गए इन सैंपल को जांच के लिए दिल्ली में सीएसआईआर इंस्टीट्यूट ऑफ जिनॉमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायॉलजी भेजा गया है। वाइस चांसलर तारिक मंसूर ने आईसीएमआर को नमूनों की जांच के लिए एक पत्र भेजा है। आईसीएमआर की ओर से इस पर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी परिसर से विश्वविद्यालय की ही आईसीएमआर प्रमाणित लैब ने यह सैंपल इकट्ठा किए हैं। आईसीएमआर को लिखे पत्र कहा है कि जितनी जल्दी हो सके, कोविड सैंपल्स की जीनोम स्टडी कराई जाए। इस स्टडी से यह पता चल सके कि क्या यूनिवर्सिटी में कोविड का कोई नया वैरिएंट विकसित हुआ है।


विश्वविद्यालय परिसर में रहने वाले इन प्रोफेसर की कोरोना वायरस से मृत्यु हुई है। हार्वेस्ट इंजिनियरिंग विभाग के प्रफेसर 60 वर्षीय मोहम्मद अली खान, 55 वर्षीय राजनीति विज्ञान विभाग के प्रो. काजी मोहम्मद जमशेद , 63 वर्षीय मनोविज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. साजिद अली खान , 62 वर्षीय संग्रहालय विभाग के अध्यक्ष मोहम्मद इरफान , 40 वर्षीय महिला अध्ययन केंद्र के डॉ. अजीज फैसल, 51 वर्षीय इतिहास विभाग के डॉ. जिबराइल , अंग्रेजी विभाग के डॉ. मोहम्मद यूसुफ अंसारी उर्दू विभाग के डॉ. मोहम्मद फुरकान संभली  और जूलॉजी विभाग के प्रोफेसर सैयद इरफान अहमद शामिल हैं।