डेथ ऑफ डेमोक्रेसी, आज देश में लोकतंत्र नहीं है, संसद में बोलने नहीं देते, सड़क पर अरेस्ट करते हैं: राहुल गांधी

राहुल गांधी ने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष संस्थानों के बल पर लड़ता है। मतलब देश का लीगल स्ट्रक्चर होता है, इलेक्टोरल स्ट्रक्चर होता है, जो देश की मीडिया होती है। उसके बल पर विपक्ष खड़ा होता है, लेकिन इन सभी संस्थानों में सरकार ने अपने लोग बिठा रखे हैं

Updated: Nov 12, 2022, 03:02 AM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस का प्रदर्शन शुरू होने से पहले राहुल गांधी ने आज एक अहम प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। कांग्रेस नेता ने इस दौरान मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि, 'ये लोकतंत्र की हत्या है, आज देश में लोकतंत्र नहीं है। मीडिया भी हिम्मत नहीं दिखा सकती।'

उन्होंने कहा, 'लोकतंत्र की जो मौत हो रही है, उसके बारे में आपको क्या महसूस हो रहा है? इस देश ने जो 70 साल में बनाया, उसको 8 साल में खत्म कर दिया गया। आज हिंदुस्तान में लोकतंत्र नहीं है। आज हिंदुस्तान में 4 लोगों की तानाशाही है। हम महंगाई, बेरोजगारी के मुद्दे उठाने चाहते हैं, समाज को बांटा जा रहा है, उसके बारे में चर्चा करना चाहते हैं।'

राहुल गांधी ने आगे कहा कि, 'हमें संसद में बोलने नहीं दिया जाता है, सड़क पर अरेस्ट किया जाता है, ये आज हिंदुस्तान की हालत है। वर्तमान माहौल में मीडिया हिम्मत नहीं दिखा सकती। लोकतंत्र में विपक्ष संस्थानों के बल पर लड़ता है। मतलब देश का लीगल स्ट्रक्चर होता है, इलेक्टोरल स्ट्रक्चर होता है, जो देश की मीडिया होती है। उसके बल पर विपक्ष खड़ा होता है, लेकिन इन सभी संस्थानों में सरकार ने अपने लोग बिठा रखे हैं।'

कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि, 'हिंदुस्तान का हर संस्थान आज स्वतंत्र, निष्पक्ष नहीं है। हिंदुस्तान का हर संस्थान आज RSS के नियंत्रण में है। हम सिर्फ एक राजनीतिक पार्टी से नहीं लड़ रहे हैं, हम हिंदुस्तान के पूरे इंफ्रास्ट्रक्चर के खिलाफ लड़ रहे हैं। जब हमारी सरकार होती थी, तब इंफ्रास्ट्रक्चर निष्पक्ष रहता था।
हम इंफ्रास्ट्रक्चर को कंट्रोल नहीं करते थे, तब राजनीतिक पार्टियों के बीच लड़ाई होती थी।'

उन्होंने कहा कि, 'वर्तमान समय में पूरा फाइनेंशियल इंफ्रास्ट्रक्चर उनके साथ है, अगर कोई दूसरी पार्टी को सपोर्ट करना चाहे तो उसके खिलाफ ED, सीबीआई लगा दी जाती है। बीजेपी-संघ फाइनेंसियल मोनोपॉली है। आज सबसे ज्यादा बेरोजगारी हिंदुस्तान में है, महंगाई बढ़ती जा रही है। पता नहीं ये आंकड़े वित्त मंत्री को दिख रहे हैं या उनको कहा गया है कि बस कुछ भी बोलते जाइए।' 

राहुल गांधी ने केंद्र पर हमला करते हुए कहा कि, 'सच्चाई एक है, लेकिन धारणा अलग बनाई जाती है।
कहते हैं- स्टार्टअप इंडिया से पूरा ट्रांसफॉर्मेशन कर दिया। लेकिन आप दिखाइए कि स्टार्टअप इंडिया कहां है? स्टार्टअप इंडिया लोगों को सड़क पर फेंक रही है। यूएन कह रहा है कि 5 मिलियन लोग मर गए हैं, लेकिन सरकार कह रही है कि वो झूठ बोल रहे हैं।
गुजरात में लाशों के ढेर लग गए थे, ऐसे ही गंगा में भी आपने देखा, लाखों लोग मरे थे। मगर हिंदुस्तान की सरकार कह रही थी कि ये सच्चाई नहीं है।'

उन्होंने कहा, 'बेरोजगारी बढ़ती जा रही है, मगर हिंदुस्तान की सरकार कह रही है कि ये सच्चाई नहीं है। ऐसे ही महंगाई बढ़ती जा रही है, लेकिन हिंदुस्तान की वित्तमंत्री कह रही हैं कि महंगाई नहीं है। पूरा कम्युनिकेशन स्ट्रक्चर उनके हाथ में है। जितना मैं सच्चाई बोलूंगा, उतना मेरे ऊपर आक्रमण होगा। मेरी ये समस्या है कि मैं सच्चाई बोलता हूं, डरता नहीं हूं। मैं लोकतंत्र की रक्षा के लिए खड़े होने का अपना काम करूंगा, महंगाई-बेरोजगारी का मुद्दा उठाने का काम करूंगा। फिर मेरे ऊपर और आक्रमण होंगे।'