उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी RLSP के तीन दर्जन नेता RJD में शामिल, JDU में विलय के प्रस्ताव से थे नाराज़

नीतीश की पार्टी में विलय का एलान करने वाले RLSP चीफ अकेले पड़े, तेजस्वी यादव ने कहा, RLSP के नेताओं ने उपेंद्र कुशवाहा को निष्कासित करके अपनी पार्टी का RJD में किया विलय

Updated: Mar 12, 2021, 01:09 PM IST

Photo Courtsey : OneIndia
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पटना। पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को बड़ा झटका लगा है। इससे पहले कि वे अपनी पार्टी RLSP का जेडीयू में विलय कर पाते, उनकी पार्टी के करीब तीन दर्जन नेताओं ने आरजेडी का दामन थाम लिया है। ये सभी नेता पार्टी का जेडीयू में विलय करने के उपेंद्र कुशवाहा के एलान से नाराज़ चल रहे थे। इस घटनाक्रम के बारे में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के बयान ने मामले को और दिलचस्प बना दिया है। तेजस्वी का कहना है कि दरअसल RLSP के तमाम नेताओं ने मिलकर उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी से निष्कासित कर दिया और उसके बाद अपनी पार्टी का आरजेडी में विलय कर दिया है। यानी उपेंद्र कुशवाहा जिस पार्टी का विलय जेडीयू में करना चाहते थे, उसे उन्हीं की पार्टी के नेताओं ने आरजेडी में विलीन कर दिया है।

आज RLSP के बिहार और झारखंड के तीन दर्जन से ज्यादा नेताओं ने तेजस्वी यादव की मौजूदगी में आरजेडी में शामिल होने का एलान किया है। हालात ऐसे हो गए हैं कि उपेंद्र कुशवाहा अपनी ही पार्टी में अलग-थलग पड़ गए हैं। इसे लेकर आरजेडी ने तंज कसा है कि बिहार में खेला होबे।

जिन नेताओं ने आरजेडी में शामिल होने का एलान किया उनमें RLSP के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र कुशवाहा, प्रदेश महासचिव निर्मल कुशवाहा, महिला सेल की प्रमुख मधु मंजरी और 10 जिलाध्यक्षों समेत 35 नाम शामिल हैं। इन सभी को आरजेडी के प्रदेश कार्यालय में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। तेजस्वी यादव ने इस मौके पर कहा कि अब उपेंद्र कुशवाहा के साथ कोई नहीं बचा है। 

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इस सियासी घटनाक्रम के बाद बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने तंज कसते हुए कहा कि रालोसपा के संस्थापक सदस्यों ने उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी से निष्कासित कर पार्टी का विलय आरजेडी के साथ कर दिया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'रालोसपा के संस्थापक सदस्यों, प्रदेश अध्यक्ष, प्रधान महासचिव, प्रदेश प्रकोष्ठों के अध्यक्ष, राष्ट्रीय, प्रांतीय और बिहार इकाई के प्रमुख नेताओं द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री उपेंद्र कुशवाहा जी को पार्टी से निष्कासित कर रालोसपा का राजद में विलय करने पर सभी का हार्दिक स्वागत और धन्यवाद।' 

RLSP ने जेडीयू के साथ विलय करने के लिए 13 और 14 मार्च को पटना में दो दिवसीय बैठक बुलाई है। हालांकि कहा जा रहा है कि यह बैठक नेताओं से औपचारिक सलाह लेने मात्र के लिए बुलाई गई है, जबकि कुशवाहा ने विलय का फैसले पहले ही ले लिया है। कुशवाहा के इस फैसले की वजह से पार्टी नेताओं में इतनी नाराजगी हुई कि वे तेजस्वी के साथ हो लिए।

उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में पार्टी 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में एक भी सीट हासिल करने में विफल रही थी। विधानसभा चुनाव के दौरान भी RLSP के प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी ने उपेंद्र कुशवाहा का साथ छोड़ दिया था। चुनाव नतीजों के बाद राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश यादव और राष्ट्रीय प्रवक्ता सुबोध मेहता भी पार्टी छोड़कर राजद का दामन थाम चुके हैं। बीते कई महीनों के दौरान उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी में खूब टूट हुई है, जो अभी तक चल रही है।