ED डायरेक्टर के कामकाज से खुश है मोदी सरकार, कार्यकाल एक साल बढ़ाए जाने के आसार

विपक्ष के बहुत सारे नेता ED के निशाने पर हैं, संजय कुमार मिश्रा का कार्यकाल बढ़ा तो वे सेवा विस्तार पाने वाले प्रवर्तन निदेशालय के पहले निदेशक होंगे

Updated: Nov 12, 2020, 07:25 PM IST

Photo Courtesy: Firstpost
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नई दिल्ली। केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के निदेशक संजय कुमार मिश्रा को एक साल का अतिरिक्त सेवा विस्तार ईडी में मिल सकता है। माना जा रहा है कि इस संबंध में नोटिफिकेशन दिवाली से पहले जारी हो सकता है। गौरतलब है कि संजय कुमार मिश्रा इसी महीने नवंबर में ईडी से सेवानिवृत्त होने वाले हैं।

वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने न्यूज 18 को बताया है कि संजय मिश्रा को एक साल का अतिरिक्त सेवा विस्तार देने का फैसला हो चुका है। हालांकि खबर लिखे जाने तक इस मामले में सरकार की तरफ से कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है। अगर ऐसा होता है तो यह ईडी के इतिहास में पहली बार होगा जब किसी निदेशक को उसका दो साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद एक साल का अतिरिक्त सेवा विस्तार मिलेगा।

बताया जा रहा है कि ईडी में चल रहे कई महत्वपूर्ण इन्वेशस्टिगेशन और संजय कुमार मिश्रा के काम को ध्यान में रखते हुए उन्हें सेवा विस्तार का मौका मिल सकता है। गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में ईडी ने विपक्ष के बहुत सारे सारे नेताओं और उनके परिवारों के खिलाफ जांच और पूछताछ जैसी कार्रवाइयां की हैं, जिनकी वजह से उस पर मोदी सरकार के विरोधियों को चुन-चुनकर निशाना बनाने के आरोप लगते रहे हैं।

विपक्ष के किन नेताओं और उनके परिजनों के खिलाफ ED सक्रिय रहा है

विपक्ष के जिन नेताओं या उनके परिजनों के खिलाफ ईडी सक्रियता दिखाई है, उनमें पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के भतीजे रतुल पुरी, उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, बीएसपी प्रमुख मायावती, कांग्रेस नेता अहमद पटेल के बेटे और दामाद, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और उन्हीं की पार्टी के पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल, कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री डीके शिवकुमार, हरियाणा के पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला शामिल हैं। दिलचस्प बात यह है कि पश्चिम बंगाल के मुकुल रॉय और असम के हेमंता बिस्वा सरमा पहले सारदा चिटफंड घोटाले के सिलसिले में ईडी के राडार पर थे, लेकिन दोनों ही नेताओं के बीजेपी ज्वाइन करने के बाद ये मसला ठंडा पड़ गया। यही वजह है कि ईडी पर मोदी सरकार के इशारे पर विपक्ष को निशाना बनाने के आरोप लगते हैं। 

कौन हैं संजय मिश्रा

संजय कुमार मिश्रा उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। वे 1984 बैच के IRS अधिकारी हैं। संजय कुमार मिश्रा अपने बैच में सबसे कम उम्र में IRS अधिकारी थे। वे दिल्ली के इनक्म टैक्स कमिश्नर भी रह चुके हैं। ईडी में डायरेक्टर बनने से पहले वे एजेंसी के प्रिंसिपल स्पेशल डायरेक्टर रह चुके हैं।