राम मंदिर ट्रस्ट के चंपत राय द्वारा जमीन हड़पने का मामला उजागर करने वाले पत्रकार के खिलाफ 18 धाराओं के तहत FIR

बिजनौर के पत्रकार विनीत नारायण ने चंपत राय के खिलाफ बिजनौर में एक महिला की जमीन हड़पने का लगाया था आरोप, पुलिस ने महिला के खिलाफ भी किया केस

Updated: Jun 20, 2021, 07:44 PM IST

Photo Courtesy: Outlook
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बिजनौर। राम मंदिर जमीन घोटाले का मामला सामने आने के बाद राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के खिलाफ अन्य जगहों पर भी जमीन हड़पने के आरोप लगने लगे हैं। विश्व हिंदू परिषद के नेता चंपत राय के खिलाफ बिजनौर के एक पत्रकार ने आरोप लगाया है कि वे अपने भाइयों के साथ मिलकर बिजनौर की एक महिला की जमीन भी हड़प चुके हैं। अब इस मामले ने पुलिस ने घटना का उजागर करने वाले पत्रकार के खिलाफ ही कुल 18 संगीन धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक बिजनौर के पत्रकार विनीत नारायण ने तीन दिन पहले एक फेसबुक पोस्ट में आरोप लगाया था कि वीएचपी नेता ने गौशाला की 20 हजार स्क्वायर मीटर जमीन हड़पने में अपने भाईयों की मदद की थी। उन्होंने बताया था कि वह जमीन एनआरआई महिला अलका लाहोटी का है। विनीत के मुताबिक अलका पिछले 3 साल से उक्त जमीन से राय बंधुओं का कब्ज़ा हटाने का प्रयास कर रही है। इतना ही नहीं सीएम योगी आदित्यनाथ से भी मदद की गुहार लगा चुकी हैं। 

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हैरानी की बात यह है कि इस मामले में पुलिस ने पत्रकार विनीत नारायण समेत कथित रूप से पीड़िता अलका लाहोटी व एक अन्य व्यक्ति रजनीश के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। इन तीनों के खिलाफ आईपीसी की 15 धाराएं और आईटी एक्ट की 3 धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इनके खिलाफ झूठे आरोप लगाने, साजिश रचने और देश भर के करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने के आरोप है।

पुलिस ने यह एफआईआर चंपत राय के भाई संजय बंसल की शिकायत के आधार पर की है। बंसल ने अपनी शिकायत में दावा किया है कि उन्होंने इस मामले पर बातचीत करने के लिए पत्रकार नारायण को कॉल किया था। इस दौरान रजनीश नाम के युवक ने उनका फोन उठाया और बदतमीजी से बात करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी।'

बिजनौर पुलिस एसपी ने एफआईआर के बाद बयान जारी कर बंसल के दावों का समर्थन करते हुए कहा है की चंपत राय के खिलाफ लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। एसपी धर्मवीर सिंह ने कहा, 'चंपत राय वीएचपी के वरिष्ठ नेता और राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य हैं। उनके खिलाफ लगाए गए आरोप आधारहीन हैं और प्रथम दृष्टया जांच में उनके भाई के खिलाफ लगाए गए आरोप भी आधारहीन पाए गए हैं।' हालांकि, उन्होंने यह भी कहा है कि स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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इसके पहले चंपत राय के खिलाफ राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्र की मदद से दो करोड़ रुपये की जमीन 18 करोड़ रुपये में ख़रीदने के आरोप लग चुके हैं। आरोप है कि चंपत राय ने राम मंदिर बनाने के लिए मिले पैसों से ट्रस्ट के लिए यह जमीन खरीदी और दानदाताओं के करीब 16 करोड़ रुपए डकार गए। इस मामले का खुलासा होने के बाद देशभर में चंपत राय के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, हालांकि राय ने सभी आरोपों को फर्जी बताकर उन्हें खारिज कर दिया है।